UP News: निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी की बड़ी रणनीति, मुस्लिम बहुल इलाकों को लेकर बनाया खास प्लान
UP Politics: यूपी आगामी निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी ने खास रणनीति तैयार की है. इसके तहत अल्पसंख्यक वोटर वाले वार्ड में भी कमल के निशाना पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है.
UP Politics: उत्तर प्रदेश में आगामी निकाय चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपनी खास रणनीति तैयार की है. इस रणनीति के तहत बीजेपी ऐसे वार्ड और नगर पंचायत में भी सिंबल पर प्रत्याशी उतारेगी जहां इससे पहले प्रत्याशी नहीं उतारे. ये ऐसे वार्ड और नगर पंचायत हैं जहां अधिकतर अल्पसंख्यक वोटर है. ऐसे वार्ड और नगर पंचायत में कमल खिलाने के लिए बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा जुट गया है. अगले हफ्ते से अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश भर में बैठकों का सिलसिला शुरू करेगा. हालांकि बीजेपी की ये तैयारी सिर्फ निकाय चुनाव ही नहीं बल्कि 2024 को ध्यान में रखते हुए की जा रही है.
नगर निकाय चुनाव के लिए बीजेपी की रणनीति
बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने बताया कि प्रदेश में 1200 से अधिक ऐसे वार्ड हैं जहां अल्पसंख्यक वोटर बहुत बड़ी संख्या में हैं. इन वार्ड में पहले प्रत्याशी तक नहीं उतारे. ऐसे ही 50 से 60 नगर पंचायत हैं जहां चुनाव नहीं लड़ाते थे लेकिन इस बार इन सभी में अपने सिंबल पर उम्मीदवार उतारेंगे. अपने अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता जो अल्पसंख्यक समाज से आते उनको चुनाव लड़ाएंगे. लोग भाई को वोट देंगे, कमल का बटन दबाएंगे. मेरठ में किठौर इसके अलावा हर्रा, खेवाइ समेत कई नगर पंचायत हैं जहां अब तक कैंडिडेट नहीं उतारते थे, लेकिन इस बार उतारे जाएंगे. पश्चिमी यूपी में ऐसी नगर पंचायत और वार्ड ज्यादा है वहां जिम्मेदारी भी ज्यादा बढ़ जाती है.
अल्पसंख्यक वार्ड में भी उम्मीदवार उतारेगी बीजेपी
बासित अली ने कहा की प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी लगातार कह रहे कि किसी भी वार्ड या नगर पंचायत को छोड़ने वाले नहीं है, चाहे बहुसंख्यक हो या अल्पसंख्यक सभी जगह अपने कैंडिडेट उतारेंगे. ऐसे में अल्पसंख्यक मोर्चा की जिम्मेदारी है कि पहले से तैयारी में लग कर बताए की कौन से अच्छे कैंडिडेट है जो जिताऊ और टिकाऊ हैं. बासित अली ने कहा की सरकार की योजनाओं में सबसे ज्यादा लाभार्थी अल्पसंख्यक समाज से है. हर बूथ पर 100 लाभार्थी से संपर्क करेंगे. हमारे समाज के लोग को मोदी-योगी पर विश्वास है. वो हमसे जुड़ रहे हैं. इस बार परिणाम चौंकाने वाले होंगे. सपा के लिए हृदय आघात की तरह होंगे.
बीजेपी नेता ने कहा कि अल्पसंख्यक बहुल ऐसे वार्ड और नगर पंचायत का आंकड़ा जुटा रहे हैं जहां पहले कैंडिडेट नहीं उतारे या उतारे लेकिन जीते नहीं. इसके बाद अगले हफ्ते से जिलेवार बैठक करेंगे, तैयारी की जाएगी. हमारे संगठन के लिहाज से 98 जिले हैं उन सभी में जाकर जिला अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष के साथ बैठकर योजना बनाई जाएगी. 1 महीने के अंदर सभी जिलों का भ्रमण करेंगे, पूरी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष, संगठन महामंत्री को देंगे. उनको जिताऊ और टिकाऊ कैंडिडेट के नाम का सुझाव देंगे.
अल्पसंख्यक वोटरों पर बीजेपी की नजर
अल्पसंख्यक समुदाय के लोग मन से बीजेपी को वोट देना चाहता है लेकिन फिरकापरस्त ताकतें सपा, कांग्रेस, बसपा प्रोपेगंडा फैलाकर, जाल बिछाने का काम करती है. इस चुनाव से अल्पसंख्यक समुदाय को कमल पर वोट देने की आदत पड़ेगी. इसका सीधा लाभ 2024 के चुनाव में मिलेगा. जिस बूथ पर 50 वोट मिलता था 250 तक मिलेगा. अभी अल्पसंख्यक समाज के वोट हमें 7-8 परसेंट पर रुक जाते है. इस चुनाव के बाद हम 25 परसेंट अल्पसंख्यक समुदाय का वोट लेने का काम करेंगे.
सपा के एमवाई फैक्टर का निकाला तोड़
बासित अली ने कहा कि सपा का एमवाई फैक्टर लगातार कमजोर हो रहा है. मुसलमान और यादव बीजेपी को लगातार वोट कर रहे हैं. रामपुर आजमगढ़ क्षेत्र में जाल को तोड़ा गया है. लोगों ने मंच से खुलकर भाजपा को जिताने का वोट देने का काम किया है. जो खानदान और परिवारवाद की राजनीति करते आ रहे हैं परिवार से बाहर नहीं आ रहे लोगों ने इनकी तरफ ध्यान देना बंद कर दिया है.
बीजेपी नेता ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर भी निशाना साधा और कहा आतंकवाद से जुड़े मुद्दे हो उन्होंने अपने स्तर इतना गिरा लिया है कि देश की सुरक्षा को भी वोट से जोड़ती है. जब पीएफआई की बात आती है तो अपना दोगला चेहरा जनता को दिखाने का काम करती हैं. बसपा तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है. देश का मुसलमान आतंकवाद के साथ नहीं है बीजेपी ने एक नया वर्ग बनाया है उसका नाम है 'लाभार्थी'
सपा प्रदेश अध्यक्ष का बीजेपी पर पलटवार
बीजेपी के अल्पसंख्यकों की तरफ बढ़े रुझान को देखते हुए सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा की बीजेपी से बहुसंख्यक, अल्पसंख्यक सब नाराज है क्योंकि उन्होंने जो कहा वो नहीं किया. किसानों को फ्री बिजली के लिए कहा लेकिन नहीं दिया. पिछले नगर निकाय चुनाव में बीजेपी नगर पंचायत, नगर पालिका परिषद 637 में 577 जगह हारी थी. नगर निगम, नगर पालिका की संख्या बढ़ी है. इस बार चुनाव में बीजेपी का पूरी तरह सफाया होगा. चाहे कोई रणनीति करें लेकिन जनता उनसे बेहद नाराज है.
नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि बीजेपी जो कर रही है जनता सब जानती है. महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, गरीबी, उत्पीड़न, सांप्रदायिक विद्वेष इन सब से जनता उन्हें जान चुकी है. जनता बीजेपी को हटाना चाहती है जिसकी शुरुआत नगर निकाय चुनाव से होगी. 2024 में जो बीजेपी का घमंड है 80 में 80 सीट जीतने का वह टूट जाएगा.
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