Bareilly News: आला हजरत परिवार की बहु निदा खान एक बार फिर से सुर्खियों में हैं. इस बार उन्हें बीजेपी में शामिल होने की वजह से जान से मारने की धमकी मिली है. निदा को उसकी ससुराल वालों ने जान से मारने की धमकी दी है. निदा खान को धमकी मिली कि वो बीजेपी से किनारा करे लें. अब निदा की तहरीर पर बारादरी थाने में उनके पति समेत ससुराल वालों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. बता दें कि निदा का अपने पति से तलाक का केस चल रहा है.
3 तलाक़ कानून के बारे में लोगों को बताया
बारादरी के शाहदाना इलाके में रहने वाली निदा खान चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं थी. उसके बाद प्रदेश भर में उन्होंने बीजेपी के लिए प्रचार किया और बीजेपी की योजनाओं के बारे में लोगो को जानकारी दी. निदा ने मुस्लिम बाहुल्य इलाको में जाकर बताया कि मोदी सरकार ने तीन तलाक कानून बनाकर मुस्लिम बहनों को बहुत बड़ा सुरक्षा कवच दिया है. इन्ही सब वजहों से निदा को धमकी दी गई कि उन्हें और उनके परिवार वालों को जान से मार दिया जाएगा.
निदा को जान से मारने की धमकी मिली
निदा खान का कहना है कि उनके मामा की बेटी की शादी थी, जिसके लिए धमकी दी गई की निदा उस शादी में शामिल न हों. निदा जब उस शादी में पहुंची तो उस शादी में उनके पति भी थे, जहां उनको काफिर कहा गया. निदा को जान से मारने की धमकी दी गई. जिसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत एसएसपी रोहित सिंह सजवाण से की. एसएसपी के आदेश पर बारादरी थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. निदा अब तक कई बार अपने ससुराल वालों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करवा चुकी हैं, लेकिन पुलिस ने आज तक उन लोगों को गिरफ्तार नहीं किया.
निदा को पहले भी धमकियां मिल चुकी हैं
निदा खान हिजाब बुर्का पहनती हैं, वो हिजाब और बुर्के में ही लोगो के बीच जाती हैं और बीजेपी का प्रचार करती हैं. बीजेपी की मीटिंगों में भी वो ऐसे ही जाती हैं. निदा को पहले भी कई बार धमकियां मिल चुकी हैं जिस वजह से उन्हें पुलिस की सुरक्षा भी मिली हुई है. निदा दुनियाभर के जाने-माने आला हजरत परिवार की बहू हैं. उलको पति शिरान ने 3 तलाक़ देकर मारपीट करके घर से निकाल दिया था.
उसके बाद निदा ने 3 तलाक के खिलाफ मुहिम शुरू की और आला हजरत हेल्पिंग सोसायटी के नाम से एक एनजीओ बनाई. जिसके बाद निदा हमेशा सुर्खियो में रहने लगीं. निदा खान के खिलाफ कुछ सालों पहले फतवा जारी किया गया था, जिसमें उन्हें और उसके परिवार वालो को इस्लाम से खारिज कर दिया गया था.