Kaali Film: उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज (Sakshi Maharaj) बुधवार को एटा पहुंचे थे जहां उन्होंने उदयपुर (Udaipur Murder Case) और अमरावती की घटनाओं लेकर मदरसों पर निशाना साधा और कहा कि मदरसों (Madarsa) में आतंकी शिक्षा दी जाती है. इसके साथ ही उन्होंने मां काली के  सिगरेट पीते हुए पोस्टर (Maa Kali Poster Controversy) जारी करने पर कहा कि मैं माननीय सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से आग्रह करूंगा कि हिन्दू की उदारता, सहिष्णुता की ज्यादा परीक्षा न ली जाए. उन्होंने कहा कि उदयपुर की और अमरावती (Amravati Murder) की घटना नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के बयान के कारण नहीं हुई ये सोची समझी साजिश है. 


मां काली के पोस्टर पर बवाल 


जब उनसे मां काली के पोस्टर को लेकर मचे बवाल पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं माननीय सुप्रीम कोर्ट से आग्रह करूंगा जिन्होंने नूपुर शर्मा के बयान पर कमेंट किया तो अब हिन्दू की उदारता,  सहिष्णुता की ज्यादा परीक्षा न ली जाये. उन्होंने कहा कि अगर किसी मजहब के देवी देवता के बारे मे टिप्पणी करना असम्मानजनक है, भावनाएं आहत होतीं है, तो हमारी काली मां का चित्र बनाकर उसे सिगरेट पिलाना बहुत ही निंदनीय है. इससे हिन्दुओं की भावनाएं आहत होती हैं. सारे देश में इसका विरोध हो रहा है और विरोध कोई दूसरा रूप धारण कर ले इससे पहले सरकार और सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिए. 


साक्षी महाराज ने किया नूपुर शर्मा का बचाव
साक्षी महाराज ने उदयपुर और अमरावती की घटनाओं पर  कहा कि ये सब नूपुर शर्मा के कारण नहीं हुई. ये सोची समझी साजिश है. हिन्दू और मुसलमान मोदी के कारण इकठ्ठा होता चला जा रहा है, देश विकास की पटरी पर चलने नहीं दौड़ने लगा है. ऐसे में इन अलगाववादियों को आगे करके कुछ राजनैतिक दल देश में अशांति पैदा करना चाहते हैं ताकि मोदी की जो सुयश और कीर्ति हुई है सारे विश्व में उसको कोई बड़ी घटना करके देश का माहौल बिगाड़ा जा सके. मैं पीएम मोदी, गृहमंत्री, बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपील करता हूं कि तालिबानी सोच के लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. 


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सोशल मीडिया पर लगाई जाए लगाम


बीजेपी सांसद ने नूपुर शर्मा मामले में निर्णय देने वाले सुप्रीम कोर्ट के जज जे बी पारदीवाला पर सोशल मीडिया में व्यक्तिगत हमला करने की भी निंदा की और कहा कि उन्होंने सोशल मीडिया पर लगाम लगाने और इसके लिए कानून और नियम बनाने की बात का समर्थन करते हैं ताकि देश में शांति बनी रहे. साक्षी महाराज ने कहा कि ये देश संविधान से चलेगा, ये देश फतवों से और तालिबानी सोच से नहीं चलेगा. 


मस्जिद और मदरसों की हो जांच
साक्षी महाराज ने कहा कि मेरा व्यक्तिगत मानना है कि जिस मस्जिद से निकलने के बाद पथ्थर फेंके जाएं, उस मस्जिद के मौलवी को आजीवन कारावास या फांसी हो और उस मस्जिद पर सदा के लिए तालाबंदी करनी चाहिए. आखिरकार वहां क्या पढ़ाया जाता है, क्या समझाया जाता है कि शुक्रवार को इकठ्ठे होते ही उन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दी. इस पर भी विचार करने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि मैं पहले भी कह चुका हूं कि मदरसों में आतंकी शिक्षा दी जाती है. मदरसों और मस्जिदों में क्या चल रहा है इसकी जांच की जानी चाहिए. 


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