Bulandshahr News: नगरपालिका अध्यक्ष से रंगदारी मामले में बड़ा खुलासा, घरेलू नौकर ने साथियों संग रची थी साजिश, 5 गिरफ्तार
Bulandshahr News: बुलंदशहर पुलिस ने शिकारपुर नगरपालिका की अध्यक्ष से फोन पर रंगदारी मांगने के मामले में खुलासा किया है. इस साजिश में उनका घरेलू नौकर भी शामिल है. जांच में ये बात सामने आई है.
Bulandshahr Crime News: यूपी के बुलंदशहर में पुलिस (Police) ने शिकारपुर नगरपालिका (Shikarpur Municipality) के अध्यक्ष से फोन पर रंगदारी मांगने के मामले में बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. रंगदारी मांगने की साजिश में नगरपालिका चेयरपर्सन का घरेलू नौकर दिलशाद भी शामिल हैं. जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इन बदमाशों ने पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी.
नगरपालिका अध्यक्ष का नौकर निकला रंगदारी का आरोपी
पुलिस के मुताबिक बीते 19 सितंबर को बदमाश अनिल दुजाना के नाम पर शिकारपुर नगर पालिका चेयरपर्सन फूलवती राणा से 5 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी इसके साथ ही रंगदारी नहीं देने पर गंभीर अंजाम भुगतने की धमकी चेयरपर्सन को दी गई थी. पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल जांच शुरू की, जांच में सामने आया कि जो फोन रंगदारी मांगने के लिए इस्तेमाल किया गया उसे पड़ोसी जनपद गौतमबुद्धनगर से चोरी किया गया था. इसके बाद जांच के दौरान शिकारपुर थाना क्षेत्र के श्यामवीर, सुमित, हीरा, दिलशाद व जयसिंह के नाम सामने आए. जिसके बाद पुलिस इनकी तलाश में जुट गई.
पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया
शिकारपुर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर इन पांचों आरोपियों को मानपुर की पुलिया के पास से गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से अवैध हथियार, रंगदारी मांगने में इस्तेमाल किया गया मोबाइल फोन और एक चाकू बरामद कर लिया है. एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि कुछ दिन पहले शिकारपुर चेयरपर्सन से फोन कर 5 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी. इस प्रकरण में तत्काल शिकारपुर थाना में मुकदमा पंजीकृत किया गया था. इस घटना के खुलासे के लिए शिकारपुर पुलिस और एसओजी की टीम को लगाया गया था. जिसका खुलासा करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
जांच के दौरान हुआ ये खुलासा
एसएसपी ने कहा कि जांच में सामने आया है कि दिलशाद नाम का एक व्यक्ति जो नगरपालिका अध्यक्ष की गाड़ी की साफ-सफाई और गाड़ी चलाने का काम करता है वो भी इसमें शामिल था. आरोपी दिलशाद परमानेंट नौकरी पर नहीं था उसे पैसों की जरुरत भी थी, ऐसे में उसने अपने साथियों के साथ मिलकर ये प्लानिंग की. उसका उद्देश्य यह था कि इससे उसे कुछ रुपये मिल जाएंगे जिससे उसका कुछ खर्चा-पानी चलेगा और साथ ही उसको ये उम्मीद थी कि उसको परमानेंट नौकरी पर रख लिया जाएगा. तो उसकी आमदनी का परमानेंट स्रोत हो जाएगा. आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा रहा है.
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