Bundelkhand Expressway पर युद्धस्तर में पूरे किए जा रहे हैं अधूरे काम, उद्घाटन से पहले कंपनी का बड़ा दावा
Bundelkhand Expressway: पीएम मोदी कल बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करेंगे. इससे पहले इटावा में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर अधूरे पड़े काम को पूरा करने के लिए युद्ध स्तर काम किया जा रहा है.
Bundelkhand Expressway: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) 16 जुलाई को बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे (Bundelkhand Expressway) का जालौन (Jalaun) से उद्घाटन करेंगे. इस बीच इटावा में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर अधूरे पड़े काम को पूरा करने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं. टोल प्लाजा से लेकर दो बड़े पुलों पर काम अंतिम चरण में है, तो वहीं बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का सबसे महत्वपूर्ण बिंदु इटावा के कुदरेल में जहां बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे (Agra Lucknow Expressway) से जोड़ा जाना है वहां पर फ्लाईओवर के दोनों ओर एप्रोच रोड तैयार कर ली गई है. जिसके बनने से बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से वाहनों को आसानी से आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर उतारा जा सकेगा.
उद्घाटन से पहले अंतिम चरण में काम
16 जुलाई को जालौन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का शुभारंभ करेंगे. जिसको लेकर इटावा में पड़ने वाले बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के 15 किलोमीटर के हिस्से में अधूरे पड़े कामों को युद्ध स्तर पर पूरा करने की कोशिश की जा रही है. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर किलोमीटर 287 टोल प्लाजा पर भी तैयारियां अंतिम चरण में हैं. हालांकि अभी भी किमी. 286 एवं 291 पर पड़ने वाले 2 बड़े पुलों पर काम होना बाकी है. इसे लेकर कार्यदाई संस्था दिलीप बिल्डकॉन के अधिकारियों का कहना है कि उद्घाटन तक एक्सप्रेस वे के इन दो पुलों पर एक रोड पूरी तरह बनाकर तैयार कर दी जाएगी.
एप्रोच रोड बनी सिरदर्द की वजह
अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी इटावा में 8 बार दौरा कर चुके हैं. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का जितना महत्वपूर्ण हिस्सा चित्रकूट है तो इसका अंतिम छोर जो कि इटावा के कुदरेल में पड़ता है वह भी बेहद अहम है. क्योंकि यहां पर ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे के माइलस्टोन 133.700 से जोड़ा जाना है. इन दोनों स्थानों को जोड़े जाने के लिए एक बड़े फ्लाईओवर का निर्माण किया गया है. फ्लाईओवर का निर्माण तो काफी पहले बनकर तैयार हो चुका था लेकिन फ्लाईओवर के दोनों और की एप्रोच रोड बनकर तैयार नहीं हो पा रही थी.
इस एप्रोच रोड के नहीं बन पाने की वजह से बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे एवं आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे की कनेक्टिविटी नहीं हो पा रही थी. यही सबसे बड़ा सिरदर्द अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी के साथ ही यूपीडा एवं कारदायी संस्था दिलीप बिल्डकॉन के लिए बना हुआ था. लेकिन बुधवार को एप्रोच रोड बनकर तैयार हो गई और इसका डामरीकरण भी कर दिया गया है. जिसके बाद अब बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से आने वाले वाहन आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर आसानी से उतर सकेंगे. वही इटावा में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर अधूरे पड़े कामों को भी उद्घाटन से पहले पूरा होने का दावा किया जा रहा है.
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