Chitrakoot News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बुंदेलखंड (Bundelkhand) को एक्सप्रेस वे (Expressway) की सौगात देने के बाद अब रानीपुर सैंक्चुरी (Ranipur Sanctuary) को टाइगर रिजर्व (Tiger Reaserve) के रूप में विकसित करने का तोहफा दिया है. योगी कैबिनेट (Yogi Cabinet) ने इसको मंजूरी भी दे दी है. प्रभु श्रीराम की तपोभूमि में फैले करीब 600 वर्ग किलोमीटर के वन क्षेत्र के रानीपुर वन्यजीव विहार के जंगल की देखरेख मीरजापुर का कैमूर वन्यजीव प्रभाग करता था लेकिन अब ये जंगल रानीपुर टाइगर रिजर्व (Ranipur Tiger Reaserve) के नाम से जाना जाएगा. जो चित्रकूट वन प्रभाग का हिस्सा होगा.


टाइगर रिजर्व अधिसूचना जारी होने के बाद केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने ट्वीट किया कि यह बताते हुए खुशी हो रही है कि यूपी में रानीपुर टाइगर रिजर्व भारत का 53 वां टाइगर रिजर्व बन गया है. ऐसे में अब प्रभु राम की नगरी में खासा खुशी का माहौल है.


योगी कैबिनेट ने लगाई मुहर
दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में गठित उत्तर प्रदेश राज्य वन्यजीव बोर्ड ने चित्रकूट के रानीपुर सैंक्चुरी को प्रदेश का चौथा टाइगर रिजर्व बनाने के प्रोजेक्ट की मंजूरी दी थी. जिसके बाद अब कैबिनेट की मंजूरी भी मिल गई है. जो 630 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में रानीपुर टाइगर रिजर्व विकसित किया जाएगा. जो केन बेतवा लिंक परियोजना के फलस्वरुप पन्ना टाइगर रिजर्व में जलभराव होने के कारण यहां के बाघ चित्रकूट की ओर आएंगे इसलिए प्रदेश सरकार ने यहां टाइगर रिजर्व बनाने का फैसला पक्का कर लिया है.


52000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बनेगा टाइगर रिजर्व
चित्रकूट का टाइगर रिजर्व का रेस्क्यू सेंटर बहिलपुरवा गांव मे बनाया जाएगा. इस प्रोजेक्ट की मंजूरी होते ही इसे तैयार करने के लिए सरकार ने दो वर्ष का समय दिया है. टाइगर रिजर्व के लिए वन विभाग ने करीब 65000 हेक्टेयर क्षेत्रफल का नक्शा तैयार कर शासन को भेजा था लेकिन सरकार ने 52000 हेक्टेयर क्षेत्रफल को लिया है जिसमें 51 गांव भी शामिल है जबकि 923000 हेक्टेयर के कोर एरिया में 6 गांव में उनको अब स्थापित किया जाएगा. इस क्षेत्र में विशेष फोर्स की तैनाती होगी. प्रोटेक्शन टीम के तौर पर बड़ी संख्या में पीएसी के जवान आएंगे सुरक्षा मिलने पर पर्यटन के साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.

चित्रकूट कभी डकैतों के नाम से जाना जाता था लेकिन योगी सरकार आने के बाद चित्रकूट दस्युमुक्त हो गया और अब यहां पर्यटन पंख भरने लगा है. टाइगर रिजर्व बन जाने के बाद यहां पर्यटकों का आना जाना बढ़ जाएगा. जिससे क्षेत्र के विकास में चार चांद लगने की संभावना जताई जा रही है. यह प्रदेश का चौथा टाइगर रिजर्व होगा जिसे कैबिनेट ने बनाने की मंजूरी दी है.


स्थानीय लोगों ने जताई खुशी


लोगों का कहना है कि रानीपुर सैंक्चुरी को टाइगर रिजर्व बनाने का फैसला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सराहनीय फैसला है इसके बन जाने से क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. पर्यटकों के आने से इस क्षेत्र का खूब विकास भी होगा. पहले डकैतों के आतंक के चलते ये क्षेत्र विकास से अछूता रहा है लेकिन अब डकैतों के खत्म हो जाने के बाद टाइगर रिजर्व बनाने की यह बड़ी सौगात है. इससे क्षेत्र में खूब विकास होगा और पर्यटकों की आने की संभावना बढ़ जाएगी. ये मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की वनवास नगरी है. यहां श्रद्धालु उनके निशानियों के दर्शन के लिए बड़े पैमाने में आते है. 


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