Yogi Government 2.0: उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ (Yodi Adityanath) के दूसरी बार सीएम पद की शपथ लेने के बाद से अपराधियों (Criminals) के खिलाफ अभियान शुरू हो गया है. इस अभियान में सबसे पहले निशाने पर हैं नाबालिग बच्चों (Minors) और महिलाओं पर बुरी नजर रखने वाले अपराधी. ऐसे अपराध और अपराधियों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजर है और लगातार वह शासन के अधिकारियों से फीडबैक (Feedback) लेते रहते हैं.
पुलिस विभाग की हुई समीक्षा बैठक
अपराधियों के खिलाफ चल रहे इस अभियान की जानकारी लेने के लिए एसीएस होम अवनीश अवस्थी ने पुलिस और अभियोजन विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक कर प्रदेश के सभी जनपदों में पिछले एक सप्ताह के दौरान हुई कार्रवाई की समीक्षा की. समीक्षा में साफ हुआ कि माफिया, गैंगस्टर के साथ ही महिला उत्पीड़न, अवैध शस्त्र और जहरीली शराब से संबंधित मामलों में ताबड़तोड़ 121 अपराधियों को सजा दिलाई गई. एसीएस होम ने कहा कि प्रदेश के हर थाने में टॉप 10 अपराधियों को चिन्हित कर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. अगर कोई भी अपराध होता है तो थाना प्रभारी और उससे संबंधित पुलिस अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाए.
समीक्षा बैठक में दिए गए आकड़ें
समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताया कि बीते एक सप्ताह में पॉक्सो एक्ट की कोर्ट में 48 मामलों में सजा दिलाई गई. इसमें झांसी में 5, बरेली में 4, बाराबंकी, वाराणसी, कानपुर नगर, जालौन और सीतापुर में 3-3, चंदौली, गौतमबुद्धनगर, रायबरेली में 2-2, आगरा, बदायूं, बस्ती, गोंडा, बहराइच, बलरामपुर, इटावा, औरैया, अयोध्या, अमेठी, मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, हापुड़, सहारनपुर, फतेहपुर, बांदा और भदोही में 1-1 आरोपी को सजा दिलाई गई.
महिलाओं से रेप, उत्पीड़न तथा अन्य गंभीर अपराधों में 25 लोगों को सजा दिलाई गई. इसमें 6 लोगों को उम्रकैद, 4 को 10 साल या उससे अधिक की सजा, 15 को 10 साल से कम की सजा दिलाई गई. शाहजहांपुर और बदायूं में 3-3 अभियुक्तों को उम्रकैद की सजा दिलाई गई. 10 साल या उससे अधिक की सजा में अलीगढ़ में 2, कानपुर और गाजीपुर में 1-1 अभियुक्त रहे जबकि 10 साल से कम की सजा में गोंडा में सबसे ज्यादा 6 अभियुक्त, जालौन में 3, मुजफ्फरनगर में 2, आगरा, अमरोहा, संभल और कानपुर में 1-1 अपराधी जेल भेजे गए.
आर्म्स एक्ट में कुल 48 मामलों में सजा दिलाई गई. सबसे ज्यादा रामपुर और बिजनौर में 9, हापुड़ में 7, मुरादाबाद में 5, गाजियाबाद में 4, फिरोजाबाद, इटावा, खीरी, सुल्तानपुर में 2-2 और संभल, कानपुर नगर, मेरठ, उन्नाव, गौतमबुद्धनगर, महोबा में 1-1 अभियुक्त को सजा दिलाई गई.
बैठक में प्रमुख सचिव न्याय प्रमोद श्रीवास्तव, डीजीपी मुकुल गोयल, एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडेय, एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार, एडीजी महिला एवं बाल सुरक्षा नीरा रावत, एडीजी क्राइम केएसपी कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.
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