Chandauli Raid: उत्तर प्रदेश के चंदौली (Chandauli) में सीडब्ल्यूसी (Child Welfare Committee) और चाइल्ड हेल्पलाइन की मदद से RPF ने तकरीबन 3 दर्जन से ज्यादा ऐसे लड़के लड़कियों का रेस्क्यू किया है जिन्हें कथित तौर पर नेटवर्क मार्केटिंग (Network Marketing) की ट्रेनिंग के नाम पर झारखंड (Jharkhand) और बिहार (Bihar) के दूरदराज के इलाकों से बुलाया गया था. इनसे बाकायदा 8-10 हजार रुपये तक लिए गए थे. आरपीएफ का कहना है कि इस कथित नेटवर्क मार्केटिंग की ट्रेनिंग से संबंधित कोई भी लीगल डॉक्यूमेंट आरोपियों के पास नहीं मिला है. पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. 

 

ऐसे हुआ इस गोरखधंधे का खुलासा

दरअसल इसी गोरखधंधे में फंसी एक लड़की किसी तरह एक दिन पहले यहां से भागकर स्टेशन पर पहुंच गई जिसके बाद वो RPF को मिल गयी. लड़की ने सारी बात RPF को बताई. पंडित दीनदयाल स्टेशन के RPF प्रभारी ने व्यक्तिगत रूप से इस पूरे मामले में फंसे लड़के-लड़कियों को छुड़ाने का बीड़ी उठाया. लड़की के द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर CWC को बुलाकर इसकी पूरी जानकारी दी गई तब कहीं इस मामले का खुलासा हो पाया.


 

छापेमारी कर 3 दर्जन बच्चों को छुड़ाया

शाम होते होते RPF पूरी टीम के साथ चधासी के एक निजी मकान में चल रहे इस गोरखधंधे के ठिकाने पर पहुंची और छापेमारी की. जिसके बाद आरपीएफ को वहां से 3 दर्जन से ज्यादा बच्चे और बच्चियों मिले, जिन्हें उन्होंने आरोपियों के कब्जे छुड़ाया. इस छापेमारी में चंदौली पुलिस, लेबर विभाग, CWC और BBC की टीम शामिल थी. देर रात तक इन सभी सो सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम किया गया. RPF कमांडेंट ने भी घटनास्थल का दौरान किया और बच्चों से बात की.  उन्होंने भरोसा दिलाया कि सभी को सकुशल उनके माता-पिता के पास भेज दिया जाएगा. 


इस मामले पर जानकारी देते हुए आरपीएफ कमांडेंट आशीष मिश्रा ने कहा कि एक लड़की आरपीएफ से मिली थी और उसने अपनी आपबीती सुनाई, जिसके बाद हमारी टीम ने CWC और अन्य संस्थाओं की मदद से बच्चों का रेस्क्यू ऑपरेशन किया. इनमें कुछ नाबालिग भी शामिल हैं. 

 

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