UP ByPolls 2024: उत्तर प्रदेश स्थित नगीना से सांसद और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने यूपी में उपचुनाव के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर गंभीर आरोप लगाए हैं. सीएम के एक कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर आजाद ने आरोप लगाया कि वह समाज को बांट रहे हैं.


नगीना सांसद ने लिखा चुनावी रैलियों में "बटेंगे तो कटेंगे" का नारा देने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी खुद सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक मंच पर  समाज को 'हरिजन" और 'गैर हरिजन' में बांट रहे हैं. क्या शब्द के प्रयोग से उनका तथाकथित हिंदू खतरे में नहीं आता?  जबकि 1982 में केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकारों के लिए एक एडवाइजरी जारी कर अनुसूचित जातियों के लिए 'हरिजन' शब्द का इस्तेमाल न करने को कहा था. 


सांसद ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- 2010 में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने इस संबंध में नए सिरे से दिशा-निर्देश जारी करके इस पर रोक लगाई थी. यहां तक कि माननीय न्यायालय द्वारा भी इसे अपमानजनक बताते हुए प्रतिबंध लगाया गया था.






सांसद ने लिखा- इतने महत्वपूर्ण संवैधानिक पद पर बैठे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को क्या इन निर्णयों की जानकारी नहीं है? या जानबूझकर "हरिजन" शब्द का प्रयोग करके अनुसूचित वर्ग के लोगों का अपमान किया जा रहा है?


आजाद समाज पार्टी कांशीराम के अध्यक्ष ने लिखा जब गांधी जी ने अछूतों के लिए हरिजन शब्द का इस्तेमाल करना शुरू किया, तो परम पूज्य बाबा साहेब डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर जी ने इसका कड़ा विरोध किया और इसे अपमानजनक शब्द बताया था. ये सवाल उस समय भी पूछा गया था और आज भी प्रासंगिक है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी बताएं, यदि अनुसूचित जाति के लोग 'हरिजन' हैं तो बाकी अन्य लोग ‘हरि’ के जन नहीं तो किसके जन हैं?