Etawah News: यूपी के इटावा (Etawah) में अंग्रेजी शासन काल के जिलाधिकारी ए ओ ह्यूम (AO Hume) की तस्वीर को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. ये तस्वीर यहां इंटर कॉलेज (Sanatam Dharm Inter Collage) में महापुरुषों की तस्वीरों के साथ लगी हुई है, जिसे लेकर अब बीजेपी (BJP) ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है. बीजेपी कार्य समिति के सदस्य ने इसे कॉलेज प्रशासन की बड़ी लापरवाही मानते हुए इसे तुरंत हटाने की मांग की है और कहा है कि अंग्रेज और मुगल कभी भी हमारे आदर्श नहीं हो सकते हैं.
अंग्रेज अधिकारी ए ओ ह्यूम की तस्वीर पर विवाद
दरअसल, इटावा शहर के सनातन धर्म इंटर कॉलेज में प्रिंसिपल के कमरे में ब्रिटिश काल में यहां के डीएम रहे ए ओ ह्यूम की तस्वीर लगी है. कॉलेज में इस तस्वीर को जिस तरह से फ्रेम करवाकर भारत के महापुरुषों के बीच में सजाया गया है उसे लेकर बीजेपी ने आपत्ति दर्ज कराई है. वहीं इस पूरे मामले पर कॉलेज प्रशासन का कहना है कि कॉलेज की इस बिल्डिंग का निर्माण तत्कालीन अंग्रेज डीएम ए ओ ह्यूम ने ही बनवाया था. इसलिए इस तस्वीर को यहां पर लगाया गया है. ए ओ ह्यूम 1856 में इटावा के डीएम बनकर आए थे.
इटावा के सनातन धर्म इंटर कॉलेज की बिल्डिंग का निर्माण तत्कालीन ब्रिटिश जिलाधिकारी ए ओ ह्यूम के आदेश पर उनके एसडीएम राजा लक्ष्मण सिंह ने करवाया था सिर्फ एसडी इंटर कॉलेज ही नहीं इटावा सदर कोतवाली तहसील नगर पालिका एवं पक्का तालाब स्थित पर विक्टोरिया मेमोरियल हॉल का निर्माण भी अंग्रेजी कलेक्टर ए ओ ह्यूम के एसडीएम राजा लक्ष्मण सिंह के द्वारा करवाया गया था.
जानिए क्या कहते हैं इतिहासकार
इतिहासकार एवं हिंदी के प्रवक्ता कुश चतुर्वेदी जिन्होंने ए ओ ह्यूम पर कई किताबें लिखी हैं बताते हैं कि 1856 में ए ओ ह्यूम पहली बार इटावा के कलेक्टर बन कर आए थे. 1857 के गदर में इटावा में हुई क्रांति को ए ओ ह्यूम ने निर्ममता से कुचला था. इस गदर में ए ओ ह्यूम को इटावा से महिला का भेष बनाकर साड़ी पहनकर भागना भी पड़ा था. 1857 के गदर के बाद ए ओ ह्यूम में काफी परिवर्तन आया. जिसके बाद जब 1864 में वो दोबारा यहां के कलेक्टर बनकर आए तो उन्होंने अपने अधीनस्थ एसडीएम राजा लक्ष्मण सिंह के द्वारा सनातन धर्म इंटर कॉलेज की बिल्डिंग बनवाई, इसे उस समय ह्यूमस स्कूल के नाम से जाना जाता था.
इटावा में पहली बार अंग्रेजी शिक्षा का द्वार इसी ह्यूमस स्कूल से शुरू हुआ था. सन 1912 में इटावा के बिरारी स्टेट के जमींदार श्याम बिहारी भटेले के द्वारा 47 हजार रुपए में ह्यूमस स्कूल की बिल्डिंग को खरीद लिया गया और 1914 में इसी बिल्डिंग में सनातन धर्म स्कूल की शुरुआत हुई.
कॉलेज के प्रिंसिपल ने दी ये सफाई
सनातन धर्म इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल रूम में लगी ए ओ ह्यूम की तस्वीर को लेकर कॉलेज के प्रिंसिपल संजय कुमार शर्मा का कहना है कि इस तस्वीर को गुलामी के नजरिए से नही देखना चाहिए, बल्कि इस कॉलेज की बिल्डिंग का निर्माण ए ओ ह्यूम के कार्यकाल में हुआ था इस नजरिए से देखना चाहिए. यही नहीं ए ओ ह्यूम कांग्रेस के संस्थापक सदस्यों में से भी एक थे. इसीलिए ए ओ ह्यूम की तस्वीर को यहां पर लगाया गया है.
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बीजेपी ने जताई है कड़ी आपत्ति
सनातन धर्म कॉलेज में ए ओ ह्यूम की को लेकर बीजेपी की कड़ी आपत्ति है. बीजेपी प्रदेश कार्य समिति के सदस्य डॉ रमाकांत शर्मा ने कहा है कि ये तस्वीर गुलामी की यादों को ताजा करती है. कॉलेज प्रशासन की ये बड़ी लापरवाही है इसको तुरंत हटा लेना चाहिए. डॉ रमाकांत शर्मा ने कहा कि उस वक्त इटावा में कई बिल्डिंगों का निर्माण कराना एवं किसी भी तरह का कार्य करवाना ए ओ ह्यूम की जिम्मेदारी थी. क्योंकि वो इटावा के कलेक्टर थे सिर्फ इसी वजह से आजाद भारत में अभी भी किसी अंग्रेजी हुकूमत के अधिकारी का फोटो लगाना सही नहीं कहा जा सकता.
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