Sambhal News: उत्तर प्रदेश के संभल (Sambhal) में भारी सुरक्षा व्यवस्था (Police Security) के बीच एक दलित बेटी की बड़ी धूमधाम के साथ बारात निकाली. इस बारात में 60 पुलिसवालों समेत सीओ आलोक सिद्दू वो थाना प्रभारी पुष्कर मेहरा भी शामिल हुए. बड़ी संख्या पुलिस वालों की मौजूदगी से ऐसा लग रहा था कि जैसे यहां पर किसी वीआईपी की शादी हो. यही नहीं सीओ व थाना प्रभारी ने दलित बेटी शादी में 11 हजार रुपये दान भी दिए. आजादी के बाद ये पहली बार है जब इस गांव में किसी दलित बेटी की बारात धूमधाम से चढ़ी हो. 


सुरक्षा के बीच चढ़ी दलित बेटी की बारात


दरअसल संभल जनपद के जुनावई ब्लॉक के गांव लोहावई में रहने वाले एक दलित पिता रामकिशन ने संभल के एसपी चक्रेश मिश्रा को पत्र भेजा था जिसमें उन्होंने बताया कि गांव में सवर्ण समाज के लोग दलित बेटी की बारात को चढ़ने नहीं देते हैं. आजादी के बाद भी गांव में ये परंपरा चली आ रही थी. रामकिशन ने बताया कि उनकी बेटी रवीना की बारात बदायूं जनपद के पतीसा गांव से आ रही है. उन्होंने कहा कि हमारे गांव में वाल्मीकि समाज के लोगों की बारात को लोग नहीं चढ़ने देते हैं. वो चाहते हैं कि उनकी बेटी की बारात गांव में घोड़े-बाजे के साथ चढ़े.


पुलिसकर्मियों ने 11 हजार रुपये दिए दान


इस पत्र के बाद एसपी चक्रेश मिश्रा ने गांव में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश दिए. एसपी के निर्देश के बाद शादी में 60 पुलिसकर्मी को तैनात किया गया. इनमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थी. पुलिस फोर्स के साथ सीओ और जुनावई दारोगा भी गांव में पहुंचे और पूरी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दलित बेटी की बारात को निकाला गया. यही नहीं पुलिसकर्मियों ने बेटी की शादी में 11 हजार रुपये का दान भी दिया. इस दौरान गांव में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रही. 


ये भी पढ़ें- Mainpuri By-Election: 'मैनपुरी में यादव और मुस्लिम अधिकारियों को किया जा रहा परेशान', अखिलेश ने फिर लगाए गंभीर आरोप