UP News: यूपी (UP) के डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान (Devendra Singh Chauhan) ने एनसीआरबी (NCRB) के आंकड़ों के साथ-साथ राज्य की पुलिसिंग पर पहली बार बात करते हुए अपराध पर नियंत्रण कैसे किया, इसका खुलासा किया. डीजीपी डीएस चौहान ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और राज्य सरकार के यूपी को अपराध मुक्त करने के संकल्प की वजह से ही यह सम्भव हो पाया कि एनसीआरबी डाटा में हम 23वें नम्बर पर हैं.
डीजीपी ने टीम वर्क को श्रेय देते हुए सरकार की प्राथमिकताओं को अमल में लाने में सफलता की बात की. उन्होंने कहा कि महिला के प्रति अपराध पर खासतौर पर कार्य योजना बनाकर अपराध पर नियंत्रण किया गया. डीएस चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री महिला अपराधों पर बेहद संवेदनशील हैं और इसका नतीजा यह है कि एंटी रोमियो स्क्वाड आज भी मजबूती से काम कर रहा है. आज यूपी में बच्चियां आराम से बाहर निकलकर घूम सकती हैं. सन्देश देने के लिए महिलाओं की भगीदारी यूपी पुलिस में बढ़ाई गई है.
'कोर्ट ने भी बुलडोजर की कार्रवाई को जायज ठहराया'
डीएस चौहान ने बताया कि अपहरण और रंगदारी को प्राथमिकता पर रखते हुए बड़े अधिकारियों को लगाकर यूपी को देश में सबसे बेहतर स्थिति में पहुंचाया है. बुलडोजर पर उन्होंने कहा कि ये कानूनी रूप से प्रावधानों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है. कोर्ट ने भी बुलडोजर की कार्रवाई को जायज ठहराया है. मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद जैसे माफियाओं पर उन्होंने कहा कि हम सभी अपराधी को एक नजर से देखते हैं.
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मुहैया कराए जा रहे हैं हथियार: डीजीपी
कमिश्नरेट प्रणाली पर डीएस चौहान ने बताया कि इससे अपराध पर नियंत्रण हुआ है. यह मुख्यमंत्री की पहल पर हुआ पुलिस सुधार का बड़ा काम है. इस प्रणाली से पुलिस की जवाबदेही भी बढ़ी है और अगर राज्य सरकार चाहेगी तो कुछ अन्य शहरों में भी यह सिस्टम लागू किया जा सकता है. डीएस चौहान ने राज्य सरकार के पुलिस को मदद पर कहा कि सरकार की सोच में बदलाव आया है. अब संसाधनों में कमी नहीं आने दी जा रही है. सिर्फ लोग ही नहीं बढ़ाए जा रहे हैं, बल्कि हथियार भी मुहैया कराए जा रहे हैं.
डीजीपी बोले- राज्य सरकार ने साइबर थाने और ट्रेनिंग बढ़ाई
साइबर क्राइम और नार्को क्राइम पर उन्होंने कहा कि डार्क वेब के इस्तेमाल की वजह से हमें तकनीकी तौर पर मजबूत होने के लिए राज्य सरकार ने साइबर थाने और ट्रेनिंग बढ़ाई है. ड्रग्स को लेकर शुरू किए जा रहे अभियान पर डीजीपी ने बताया कि ड्रग्स के लिए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन किया गया है. स्पेशल थाने बनाकर पूरे राज्य में संगठित तरीके से कार्रवाई का लक्ष्य है.
36वें स्थान तक पहुंचना है यूपी पुलिस का लक्ष्य
फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट पर यूपी के डीजीपी डीएस चौहान ने कहा कि 40 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और साल डेढ़ साल में फॉरेंसिक लैब का काम पूरा हो जाएगा. डीजीपी ने कहा कि 36वां स्थान सबसे नीचे का स्थान है और यूपी पुलिस का लक्ष्य है कि हम 23वें से 36वें स्थान पर जल्द से जल्द पहुंचे.
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