उत्तर प्रदेश स्थित जौनपुर से पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने प्रयागराज में प्रतियोगी अभ्यर्थियों के आंदोलन पर प्रतिक्रिया दी है. इस दौरान उन्होंने योगी सरकार से अहम अपील भी की है. सोशल मीडिया साइट एक्स पर आंदोलन की एक तस्वीर शेयर कर धनंजय सिंह ने लिखा कि सुझावों का स्वागत करना चाहिए.
धनंजय सिंह ने लिखा कि प्रयागराज में प्रतियोगी छात्रों द्वारा हो रहे आंदोलन पर प्रदेश सरकार द्वारा एक कमेटी बनाकर उनकी बातों को गंभीरता से सुना जाना चाहिए, उनकी मांगों पर विचार करते हुए आयोग की विश्वसनीयता और परीक्षा प्रणाली को पारदर्शी बनाये रखने हेतु बेहतर सुझावों का स्वागत करना चाहिए.
वहीं सपा नेता आईपी सिंह ने इस मामले में कहा कि प्रयागराज में चल रहे छात्र आंदोलन को कुचलने के लिये आज योगी की खूनी आत्मनिर्भर पुलिस बेरोजगारों को धरना स्थल से पकड़कर जेल भेज रही है. धरना स्थल के आस पास बैरिकेड लगा दिए गए हैं. जबरिया छात्र आंदोलन को कुचलने का षड्यन्त्र रचा गया है. यूपी ही नहीं देश का युवा छात्र रोजगार के सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगा.
अभ्यर्थियों की ये है मांग
अभ्यर्थियों की मांग है कि एक पेपर, एक शिफ्ट में हो. इसके अलावा नॉर्मलाइजेशन न हो. छात्रों ने आरोप लगाया कि पुलिस के अधिकारी हम लोगों को धमकी दे रहे हैं. यूपीपीएससी दफ्तर के बाहर छात्रों के आंदोलन को 72 घंटे से ज्यादा हो गया है. अभी तक छात्रों की मांग पर आयोग की ओर से कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है.
स्टू़डेंट्स का आरोप है कि पुलिस के लोग सिविल ड्रेस में आए और लोगों को धमकाया. दिव्यांग महिला साथी को मारा पीटा. लोगों का फोन तोड़ा. स्टू़डेंट्स का आरोप है कि पुलिसकर्मी, बिना महिला पुलिस के आए और कार्रवाई की.