Ram Mandir Muhurt News: श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में मुख्य पुजारी रहे पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित के निधन पर सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने टिप्पणी की थी कि मुहूर्त दोष के कारण उनका निधन हुआ है. अब इस बात पर मुहूर्त निकालने वाले गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ की तरफ से स्पष्टीकरण दिया गया है कि - पंचांग और मुहूर्त से पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित के निधन का कोई संबंध नहीं है. उनका कहना है कि - भरड़ी के भौम से निधन का संबंध है ना की राम मंदिर के मुहूर्त से.
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के मुहूर्त दोष के मुद्दे पर बहस गरमा गई है. प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त निकालने वाले आचार्य ने स्पष्टीकरणजारी किया है. विवाद इस बात पर था कि क्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त के दोष के चलते हुआ प्राण प्रतिष्ठा करने वाले मुख्य पुरोहित पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित का निधन?
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा करने वाले वाले मुख्य पुरोहित पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित के निधन पर उठे मुहूर्त दोष के मसले पर बोले बोले प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त निकालने वाले गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने कहा कि मुहूर्त दोष के चलते दीक्षित का निधन नहीं हुआ है. उनका निधन भरणी के भौम के चलते हुआ है. भरणी एक नक्षत्र है जो जीवन और मृत्यु के रहस्यों से संबंधित है.
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कौन थे लक्ष्मीकांत?
इसी साल 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा और राम मंदिर का उद्घाटन हुआ था. इस का पूजन मुख्य पुरोहित पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित ने संपन्न कराया था.
लक्ष्मीकांत दीक्षित मूल रूप से महाराष्ट्र के शोलापुर जिले के रहने वाले थे, लेकिन कई पीढ़ियों से उनका परिवार काशी में रह रहा है. वे सांगवेद महाविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य थे.
आचार्य दीक्षित की गिनती काशी के वरिष्ठ विद्वानों में होती है. आचार्य दीक्षित के द्वारा काशी के 121 ब्राह्मणों ने अयोध्या के भव्य मंदिर में श्रीरामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करवाई थी.