(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP Politics: गठबंधन का क्या होगा भविष्य? अखिलेश-राजभर की मुलाकात को लेकर अब सामने आई ये बात
UP Politics: सपा और सुभासपा की दूरियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. सुभासपा प्रवक्ता ने अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद राष्ट्रपति चुनाव पर फैसला लेने की बात कही लेकिन सपा प्रवक्ता ने कुछ और कहा.
UP Politics: विधानसभा चुनाव में हार को लेकर अनबन के बीच समाजवादी पार्टी के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने मंगलवार को कहा कि वह अगले हफ्ते होने वाले राष्ट्रपति चुनाव पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद 16 जुलाई को फैसला करेगी. हालांकि इसी बीच, सपा के प्रवक्ता उदयवीर सिंह ने पार्टी अध्यक्ष और सुभासपा के नेताओं के बीच ऐसी कोई भी मुलाकात तय नहीं होने का दावा कर दोनों दलों के बीच पैदा हुई दूरियां खत्म होने की अटकलों का पटाक्षेप कर दिया.
अखिलेश से मुलाकात के बाद फैसला
सुभासपा के मुख्य प्रवक्ता अरुण राजभर ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि, ‘‘सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर जल्द अखिलेश यादव से मिलेंगे. मंगलवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी गई है.’’ उन्होंने कहा कि ‘‘सपा के वरिष्ठ नेता उदयवीर सिंह ने कहा था कि अखिलेश यादव एक-दो दिनों में उनसे मिलेंगे लेकिन, अचानक मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना यादव के निधन के बाद सपा प्रमुख की पारिवारिक व्यस्तता की वजह से मुलाकात नहीं हुई, इसलिए प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी गई.’’
सपा प्रवक्ता ने दिया विरोधाभासी बयान
अरुण राजभर ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अखिलेश यादव के साथ बैठक करने के बाद 16 जुलाई को लखनऊ में संवाददाता सम्मेलन होगा.’’ हालांकि, अरुण राजभर जिन उदयवीर सिंह का नाम लेकर यह दावा कर रहे थे, उन्होंने ही ट्वीट कर ऐसी किसी भी मुलाकात तय होने से इनकार किया है. सिंह ने कहा, ‘‘ना ऐसी कोई मुलाकात तय हुई है. ना ही सुभासपा की तरफ से समाजवादी पार्टी से या मुझसे मुलाकात के लिए वक्त मांगने की कोई बात हुई है.’’
अखिलेश-ओमप्रकाश राजभर में बढ़ी दूरियां
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव और हाल में हुए रामपुर तथा आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में सपा की पराजय के बाद सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर तल्खी भरी टिप्पणियां की थीं और उन्हें एयर कंडीशनर कमरे में रहकर राजनीति करने वाला वाला नेता बताया था. इसके बाद, अखिलेश यादव ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए कहा था कि सपा को किसी की सलाह की जरूरत नहीं है.
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योगी के रात्रिभोज में पहुंचे थे राजभर
राजभर पिछले दिनों राष्ट्रपति पद के चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के लखनऊ दौरे के दौरान हुई संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में भी नहीं दिखाई दिए थे. हालांकि, राजभर ने एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के लखनऊ दौरे के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा आयोजित रात्रि भोज में शिरकत की थी. बहरहाल, सुभासपा प्रमुख के बेटे और पार्टी प्रवक्ता अरुण राजभर ने कहा, ‘‘सुभासपा सपा के साथ है और भविष्य में भी साथ रहेगी.’’
अखिलेश से मुलाकात पर प्रश्नचिन्ह
बलिया से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को रसड़ा में हुई पार्टी की बैठक के बारे में पूछे जाने पर अरुण राजभर ने कहा, ‘‘पार्टी, संगठन के विस्तार पर चर्चा हुई और सुभासपा प्रमुख ने कहा कि 16 जुलाई तक अखिलेश यादव के साथ बैठक होगी, जिसके बाद हम यह स्पष्ट करेंगे कि राष्ट्रपति चुनाव में किसे वोट दिया जाएगा’’ इससे पहले सोमवार को सुभासपा अध्यक्ष ने कहा था कि वो सपा प्रमुख से पूछेंगे कि विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के कार्यक्रम में उन्हें आमंत्रित क्यों नहीं किया गया.
राष्ट्रपति चुनाव पर सुभासपा का रुख
राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को होना है. मतदान में सुभासपा की भूमिका को लेकर असमंजस बना हुआ है क्योंकि पार्टी प्रमुख ने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं.ससुभासपा अध्यक्ष राजभर ने सोमवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा था कि वह अखिलेश यादव से मुलाकात करना चाहते हैं जिसके लिए उन्होंने सपा नेता उदयवीर सिंह से फोन पर बात की और उन्हें अखिलेश से मुलाकात व बातचीत की अपनी मंशा से अवगत कराया.
राजभर ने कहा कि वो सपा प्रमुख से मिलकर यह जानना चाहते हैं कि आखिरकार उन्हें विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के कार्यक्रम में आमंत्रित क्यों नहीं किया गया। उन्होंने दावा किया था कि वह 12 जुलाई तक अखिलेश के रुख का इंतजार करेंगे और फिर अपने निर्णय की घोषणा करेंगे.
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