Etah News: आज से पूरे उत्तर प्रदेश में बिजली से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने के लिए 'विद्युत समाधान सप्ताह' शुरू हो गया है. इसके तहत प्रदेश के सभी जनपदों में हर बिजली घर पर सुबह 8 बजे से लेकर शाम 8 बजे तक का बिजली से जुड़ी तमाम परेशानियों का त्वरित निस्तारण किया जाएगा. इसी को लेकर एबीपी गंगा ने दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमित किशोर से ख़ास बात चीत की. उन्होंने बताया कि एटा सहित 21 जिलों में विद्युत समाधान सप्ताह, जर्ज़र विद्युत तारों को बदलने की योजना और बिजली रहित मजरों में शीघ्र बिजली पहुंचाने की सौभाग्य फेज 3 योजना के बारे में बताया.
बिजली की समस्याओं का कराएं समाधान
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर 12 तारीख़ से 19 तारीख़ तक विद्युत समाधान सप्ताह मनाया जा रहा है और इसके तहत सोमवार सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक हर बिजली घर पर हमारे अधिकारी उपस्थित रहेंगे. यहां पर जो उपभोक्ता है वो आ सकते हैं और अपनी बिजली से संबधित शिकायतों को दर्ज करा सकते हैं. इसके साथ ही अगर बिल में किसी तरह कमी या गलती है तो उसमें भी सुधार किया जाएगा.
लोगों से बिजली का बिल भरने की अपील
अमित किशोर ने बताया कि हम ये भी व्यवस्था कर रहे हैं कि जो हमारे आम उपभोक्ता है हम उन लोगों को प्रेरित कर सकें कि वो अपने बिल का जमा करें क्योंकि मुश्किल ये है कि जितना राजस्व आना चाहिए हम लोग उससे काफी पीछे चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं आम जनमानस से कहना चाहूंगा कि वो इस सप्ताह का पूरा फायदा उठाए और अपनी समस्याओं का समाधान करें. उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से हर जिले में जाऊंगा. आज एटा में हूं इसके बाद कासगंज में जाकर अधिकारियों मिलूंगा. विद्युत सप्ताह को लेकर व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा.
जर्जर तारों को भी बदलने पर होगा काम
एबीपी गंगा ने जब उनसे बिजली के जर्ज़र तारों को बदलने की योजना के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि जो हमारी नयी भारत सरकार और राज्य सरकार की योजना है आरडीएसएस रीवैम्प डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम इसके अंतर्गत पूरे दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम में जो 21 जिले आते हैं उनमें 4 हजार करोड़ की लागत से जो हमारे लाइन लास वाले एरिया हैं वहां हम लोगों आर्मर्ड केबिल लगाएंगे, एरियर बंच केबिल लगाएंगे, और भी हमारे केबिल जहां जर्ज़र तार हैं उनको चेंज करेंगे, और इसमें हमारे जो एटीएनसी लास हैं उसको भी कम करेंगे. इसके अलावा जर्ज़र तारों को भी बदला जाएगा.
प्रबंध निदेशक ने बताया कि एटा जनपद में करीब 187 करोड़ रुपये का काम होने वाला है जो जर्ज़र तार हैं वो चेंज होंगे और इसके अलावा इसका दूसरा फेज भी है. मुझे लग रहा है वो भी जल्दी ही जो मॉर्डनाइजेशन का है. जिसमें कुछ नये बिजली घर भी बनेंगे. ट्रांसफॉर्मर्स की क्षमता भी बढ़ाई जाएगी. सौभाग्य योजना में एटा जनपद में 299 ऐसे मजरे हैं जो पार्शियली इलेक्ट्रिफाइड हैं. इनका सर्वे का काम हो गया है. ये सौभाग्य 3 योजना है.
इसमें भी पूरे डिस्कॉम से मुझे लगता है कि करीब साढ़े पांच सौ करोड़ का हमने डीपीआर बनाकर भेजा है. उसमें एटा जनपद और बुंदेलखंड के जिले हैं जहां सबसे अधिक इस तरह के गांव हैं.
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