UP News: इटावा सांसद रामशंकर कठेरिया ने फेसबुक पर पोस्ट की गई उनकी और शंकराचार्य की तस्वीर को लेकर फैलाई जा रही भ्रामक ख़बर की निंदा की है. उन्होंने प्रशासन से कार्यवाही की मांग की है. सांसद ने कहा कि इस पोस्ट के द्वारा शंकराचार्य पर भेदभाव का आरोप लगाया जा रहा है जो कि बिल्कुल गलत है. वहीं सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के द्वारा भी इस तस्वीर को पोस्ट करने को लेकर अखिलेश यादव पर सवाल उठाते हुए कहा कि अखिलेश यादव संत और शंकराचार्य को लेकर क्या सोच रखते है यह उनका पोस्ट दर्शाता रहा है.
प्रशासन से की मांग
इटावा सांसद रामशंकर कठेरिया ने एक फेसबुक यूजर के द्वारा फेसबुक पर उनकी और शंकराचार्य की पोस्ट की गई फोटो को लेकर कड़ी शब्दों में निंदा करते हुए इसको भ्रामक खबर बताया. सांसद रामशंकर कठेरिया ने कहा कि यह फोटो 4 महीने पुरानी है. जब उनके गांव भरथना के नगरिया सरावा में एक कथा का आयोजन किया गया था, उस समय आदि शंकराचार्य को निमंत्रण देने मथुरा गया हुआ था, जहां पर मैं परम पूज्य शंकराचार्य के साथ एक घंटे रहा. वहां पर उन्होंने मुझे आशीर्वाद दिया और अपने हाथों से प्रसाद दिया. मेरे सर पर हाथ रखा कहीं भी भेदभाव जैसी चीज नजर नहीं आई. जो भ्रामक खबर फैलाई जा रही है कि शंकराचार्य जी ने मेरे साथ भेदभाव किया यह सत्य नहीं है. कहीं ऐसा कुछ नहीं हुआ है ऐसी भ्रामक खबर को लेकर में प्रशासन से कार्रवाई की मांग करता हूं.
अखिलेश के पोस्ट पर कही यह बात
वहीं सांसद रामशंकर कठेरिया ने अखिलेश यादव के द्वारा उस पोस्ट को ट्वीट करने पर कहा कि मुझे दुख है कि अखिलेश यादव ने भी उस तस्वीर को ट्वीट किया है. जिससे सिद्ध होता है कि अखिलेश यादव शंकराचार्य के खिलाफ हैं. शंकराचार्य को लेकर अखिलेश ने जो ट्वीट किया है. उन्होंने यह सिद्ध करने की कोशिश की है कि शंकराचार्य सब के साथ भेदभाव करते हैं. किस मानसिकता के साथ अखिलेश ने ट्वीट किया है. मैं उसकी निंदा करता हूं.