Gorakhpur Flood: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur) में लगातार हो रही बारिश से नदियां कहर बरपाने पर आमादा हैं. राप्‍ती (Rapti), रोहिन (Rohin) और सरयू (Saryu) खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. महज 24 घंटे में ही प्रभावित गांव की संख्‍या दोगुनी रफ्तार से बढ़कर 120 हो गई है. 40 हजार से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हैं. बाढ़ (Flood) के हालात से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने राशन और राहत सामग्री की व्‍यवस्‍था के साथ 86 बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया है. इसके साथ ही 125 नावों की व्यवस्था की बात कही है. हालांकि ग्राउंड रिपोर्ट में जान जोखिम में डालकर अपने घर को जाते दिखे.


बाढ़ की चपेट में आए 120 गांव
गोरखपुर में तीन दिन पहले ही बड़हलगंज इलाके में नाव पलटने से दो लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद से प्रशासन ने मुनादी करके बाढ़ग्रस्‍त गांव के लोगों से किसी भी तरह का जोखिम नहीं लेने के लिए मुनादी भी कराई है. नेपाल से लगातार पानी छोड़ने की वजह से राप्‍ती, रोहिन और सरयू का पानी रौद्र रूप दिखा रहा है. अक्‍टूबर महीने में हुई रिकॉर्ड बारिश से मौसम विज्ञानी भी हैरान हैं. गोरखपुर में 120 गांव बाढ़ की चपेट में है. इसमें 40 से अधिक गांव मैरुंड भी हो गए हैं. सैकड़ों किसानों की फसलें बाढ़ के पानी में डूब गई हैं. 6411.462 हेक्‍टेयर क्षेत्रफल बाढ़ के पानी से घिरा है. 


गांवों में कमर तक घुसा पानी
गोरखपुर पश्चिम में कोलिया गांव के पास घरों में लोगों के कमर तक पानी भर गया है और वो जान जोखिम में डालकर जाते दिख रहे हैं. जिला प्रशासन की ओर से कुछ नाव इस इलाके में दी गई है. इनमें कई नाव की हालत ऐसी है कभी भी कोई हादसा हो सकता है. एबीपी गंगा की टीम जब ग्राउंड जीरो पर पहुंची तो हमने देखा कि लोग सुराग वाली नाव में जाने को मजबूर हैं. इन लोगों को राशन और राहत सामग्री की मदद तक नहीं मिल पाई है. लोगों ने मवेशियों के साथ बंधों पर शरण लेना भी शुरू कर दिया है.


खतरे के निशान के पार बह रही हैं नदियां


इस इलाके में राप्‍ती नदी बर्डघाट पर डेंजर लेवल 74.98 को पार कर 0.69 आरएल मीटर ऊपर 75.67 पर बह रही है. रोहिन नदी त्रिमुहानी घाट पर खतरे के निशान 82.44 को पार कर 0.98 आरएल मीटर ऊपर 83.42 पर बह रही है. सरयू (घाघरा) नदी अयोध्‍या पुल पर खतरे के निशान 92.73 को पार कर 0.82 आरएल मीटर ऊपर 93.55 पर बह रही है. सरयू तुर्तीपार में खतरा बिंदु 64.01 से 0.83 आएल मीटर ऊपर 64.84 पर बह रही है. राप्‍ती, रोहिन, सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बहते हुए चढ़ान पर है.


40 हजार से ज्यादा की आबादी प्रभावित
गोरखपुर की गोला तहसील में 28 गांव और 19,753 आबादी प्रभावित हैं. यहां पर राहत और बचाव के लिए 39 नाव को लगाया गया है. सदर तहसील में 13 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. यहां 55 नाव राहत और बचाव के लिए लगाई गई है. कैम्पियरगंज तहसील बाढ़ से सर्वाधिक 60 गांव प्रभावित है. खजनी तहसील में 9, सहजनवां तहसील में 4, बांसगांव में 4 और चौरीचौरा में दो गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. कुल मिलाकर इस इलाके में करीब 40 हजार से ज्यादा की आबादी बाढ़ का दंश झेलने को मजबूर है. 

राहत एवं बचाव कार्य जारी
बाढ़ से बचाव के लिए पहले चरण में गोला तहसील क्षेत्र में 5700 परिवारों को राहत सामग्री वितरित किया गया है. दूसरे चरण में 10 हजार किट राहत सामग्री वितरण का आदेश दिया गया है. मनुष्‍य और पशु के उपचार के साथ क्‍लोरीन की गोलियां और ओआरएस के पैकेट और शुद्ध पेयजल उपलब्‍ध कराए गए हैं. स्‍नेक वेनम के साथ पशुओं को टीका और भूसा की उपलब्‍धता भी सुनिश्चित की जा रही है. जिला प्रशासन के साथ आपदा प्रबंधन विभाग, बाढ़ चौकियां और एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीम को अलर्ट कर दिया गया है.


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अलर्ट मोड पर जिला प्रशासन
गोरखपुर के जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्‍ता ने बताया कि राप्‍ती, रोहिन और सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. यही वजह है कि गोरखपुर की सभी सात तहसीलें बाढ़ से प्रभावित हो गई हैं. बाढ़ से 120 गांव प्रभावित हो गए हैं. जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी व‍ित्‍त एवं राजस्‍व ने भी बाढ़ग्रस्‍त क्षेत्रों का दौरा किया गया है. बंधों की मरम्‍मत कराई जा रही है. सभी बांध सुरक्षित हैं. 125 नाव को बाढ़ राहत और बचाव के लिए लगाया गया है. जो भी आवागमन बाधित है, वहां पर सुरक्षित आवागमन के लिए नावों को क्रियाशील किया गया है. टीमों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. सभी विभागों को लगाया गया है. 5700 किट पहले चरण में उपलब्‍ध कराई जा चुकी है. इसके साथ 10 हजार राशन किट अगले तीन दिनों में उपलब्‍ध कराया जाएगा. 


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