Basti Crime News: बस्ती जनपद के दुबौलिया ग्राम के कोटेदार के साथ चौकाने वाला मामला सामने आया है. दरासल दुबौलिया गांव की महिला कोटेदार सुमन को पता भी नहीं चला और 14 महीने से इलाके का खाद्यान्न माफिया महिला कोटेदार के नाम सरकारी अफसरों की आंखों में धूल झोंक राशन उठाता रहा और उसका गबन करता रहा. हद तब हो गई जब गांव के गरीबों के हक का राशन मार्केट में बिकने लगा, और गरीब दो वक्त की रोटी के लिए तड़पते रहें.
गांव के लोगों ने लगाई अफसरों से गुहार
इस मामले को लेकर आवाज बुलंद करते हुए गांव के राशन कार्ड धारकों ने अफसरों से गुहार लगाई. मामले की जांच शुरू हुई तब जाकर इस सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ. राशन का गबन करने पर सबसे पहले विभागीय अधिकारियों ने कोटेदार सुमन देवी को नोटिस भेजा तो कोटेदार ने कहा आज तक उन्होंने न तो ई पास मशीन ली है, ना ही कोटे में मिलने वाला राशन ही कभी उठाया तो कैसे उनके नाम पर कोई और कोटे की दुकान का संचालन करने लगा. फिलहाल विभाग के अफसरों ने जांच की और जांच में उपभोक्ताओं को राशन न दिए जाने की पुष्टि हुई और कोटेदार सुमन देवी की कोटे की दुकान को सस्पेंड कर दिया गया.
दुकान किया गया सस्पेंड
इस मामले के खिलाफ जिला पूर्ति अधिकारी ने मिलने के लिए कोटेदार सुमन देवी पहुंची. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें दुबौलिया के सेमरा गांव का कोटेदार नियुक्त तो कर दिया गया था मगर कोटे का संचालन करने के लिए उन्हें वितरण रजिस्टर या ई-पास मशीन नहीं दिया गया. फिर भी खाद्यान्न माफिया संतलाल जिला पूर्ति विभाग के कुछ लोगो के साथ मिलकर राशन का उठान करता रहा मगर इस बात की भनक किसी को नहीं लगी.
दुकान सस्पेंड करने के बाद सेमरा गांव के लोगों के हिस्से का राशन अब बगल के ही गांव टिकरिया गांव के कोटे की दुकान पर मिलेगा. निलंबित कोटेदार सुमन ने पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है. वही हरैया क्षेत्र के आपूर्ति अधिकारी ने इस बाबत बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर दुकान सस्पेंड कर दिया और मामले में जांच के बाद तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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