UP News: नूपुर शर्मा के बयान के विरोध मे पिछले जुम्मे की नमाज पर प्रदेश के कई जिलों मे हिंसक प्रदर्शन के बीच कल फिर जुम्मे की नमाज को शांति पूर्वक संपन्न करवाना उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है. इसको लेकर लगभग पूरे उत्तर प्रदेश की पुलिस हाई अलर्ट पर है. प्रत्येक जनपद में धार्मिक गुरुओं और गणमान्य लोगों के साथ बैठकों के अतिरिक्त पुलिस और प्रशासन फ्लैग मार्च और फुट पेट्रोलिंग कर रहा है.


इबादत के घर में पत्थरबाजी अस्वीकार्य
ऐसे में कल जुम्मे के अवसर पर शांति बनाये रखने को लेकर अपने शख्त निर्णय और कड़ाई के लिए जाने जाने वाले उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी विक्रम  सिंह ने एक फार्मूला दिया है. उनका दवा है कि पुलिस पिछलीं गलतियां न दुहराते हुए अगर इसका पालन करें तो कल प्रदेश मे पत्ता तक नहीं हिलेगा. उन्होंने एटा में एबीपी गंगा से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि ये प्रदेश और देश सबका है. सबको अपनी पूजा पद्धति का संवैधानिक अधिकार है लेकिन इबादत के घर में पत्थरबाजी की जाए ये शत प्रतिशत अस्वीकार्य है.


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शरारती तत्वों को करें सलाखों के पीछे
मेरा आह्वाहन होगा कि पिछली बार अगर 35 जनपदों मे 90 जगह जुमे के दिन अगर गड़बड़ी हुई थी, अब सुनिश्चित करें कि बिलकुल गड़बड़ी न हो. अगर अब तक नहीं किया गया है तो आज ही से प्रिवेंटिव अरेस्ट,  प्रिवेंटिव एक्शन लें, छतों पर ड्यूटियां लगाए ड्रोन केमराज के साथ जिनमें डिवाइस लगे हों उनकी व्यवस्था करें और ये सुनिश्चित करें कि जो चिन्हित अपराधी होते हैं उनके थानो मे 8 रजिस्टर ऐसे होते हैं जो सांप्रदायिक गुंडों को चिन्हित करते हैं. सांप्रदायिक सूचना रजिस्टर,सांप्रदायिक गुंडा रजिस्टर,  सांप्रदायिक अपराधी रजिस्टर, विलेज़ क्राइम रजिस्टर, गोपनीय डायरी, इनको खंगालें. जो असामाजिक तत्व पिछले 25 साल मे प्रकाश में आये हैं उनसे पुछताज शुरू कर दें कि उनके मंसूबे क्या है? और एक्सेसिव इंटेलिजेंस लें. आज रात को 10 बजे तक जो शरारती तत्व हैं वो सलाखों के पीछे हों. आप इसको सुनिश्चित कर लें, निश्चित ही पत्ता नहीं हिलेगा.


तौकीर रजा पर दी यह प्रतिक्रिया
तौकीर रजा द्वारा 19 जून को नूपुर शर्मा के बयान और वर्तमान परिस्थितियों को लेकर विरोध प्रदर्शन करने की  घोषणा पर उन्होंने कहा कि तौकीर रजा और ऐसे जितने लोग हैं जो चुनौती वाली भाषा बोल रहे हैं, वह आग में घी देने की कोशिश कर रहे हैं. उनके ऊपर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए. मैं तो यहां तक कहूंगा ऐसे अपराधी जो कश्मीर के हैं उनको कन्या कुमारी, और जो कन्या कुमारी के हैं उनको कश्मीर, उत्तर प्रदेश वालों को भेजा जाए कोयंबटूर और कोयंबटूर वालों को ले आएं  उत्तर प्रदेश, सारे मंसूबे फेल हो जायेंगे. तौकीर रजा पर उन्होंने कहा कि आप अपनी राजनीति कहीं और चमकाईये, ये राजनीति  का अवसर नहीं है. ये स्थिति को सामान्य करने का अवसर है.


'ओवैसी है गंदी राजनीति की पराकाष्ठा'
असदुद्दीन ओवैसी के योगी जी को जज बताने वाले और बिना किसी सुनवाई के आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलवाने वाले  बयान पर उन्होंने कहा कि ये गंदी राजनीति की पराकाष्ठा है. असदुद्दीन ओवैसी साहब तो वकील हैं जाकर स्टे ले आएं.  ये मामला विचाराधीन भी है. अगर कोई त्रुटि योगी ने की है तो स्टे मिल जायेगा लेकिन स्टे न लेकर अनर्गल आरोप लगाते हैं कि आपको अधिकार नहीं है. इसी एटा में मैंने बुलडोजर चलवाया और मेरी प्रशंसा की गयी उसकी आलोचना नहीं की गयी. सभी जगह जहां-जहां डीजीपी के तौर पर मैंने बुलडोजर चलवाया. सर्वत्र कानून की परिधि में रहते हुए हमें थ्री नॉट  थ्री, एके 47,  एसएलआर भी दी गयी हैं तो मनमाने तरीके से चलाने के लिए थोड़े ही दी गयी है. नियम, संयम और कानून की परिधि में रहते हुए यह बुलडोजर चला था. ये एक उपकरण है. कानून की परिधि में रहते हुए जनहित में इसका उपयोग किया जाता है तो उसका स्वागत करना चाहिए क्योंकि जितने आरोपी, मवाली, बदमाश,  गुंडे हैं, असदुद्दीन ओवैसी उनके पैरोकार हैं.


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