UP News: आज के दौर में हर क्षेत्र में महिलाएं आग बढ़ते हुए अपने काम से दूसरों के लिए प्रेरणा बन ही रही हैं. एक ऐसा ही मामले यूपी में सामने आया है, जहां गाजियाबाद के एक बस कंडक्टर की पत्नी अब बस चलाएगी. दरअसल बस कंडक्टर मुकेश कुमार ने ही अपनी पत्नी वेद कुमारी को बस ड्राइवर बनने के लिए प्रोत्साहित किया और वह पूरी लगन से ट्रेनिंग ले रही है. बताया जा रहा है कि कानपुर के रोडवेज ड्राइविंग सेंटर में उसकी ट्रेनिंग भी पूरी होने वाली है.


वेद कुमारी की ट्रेनिंग पूरी होते ही उसके पति जहां टिकट काटेंगे तो वह खुद बस की स्टीयरिंग संभालेंगी. मुकेश रोडवेज के गाजियाबाद डिपो में कंडक्टर है. वेद कुमारी ने भी गाजियाबाद डिपो में ही तैनाती मांगी है. उनके दो बच्चे हैं. बड़ा बेटा सूर्यकांत (14) और बेटी भाविका दो साल की है. 17 साल पहले वेद कुमारी की शादी मुकेश कुमार के साथ हुई थी. पत्नी की संघर्ष क्षमता देख पिछले साल मुकेश के मन में आया कि उसे बस ड्राइविंग सिखाई जाए.


वेद कुमारी ने कही ये बात


इसी दौरान मुकेश को पता चला कि देश में पहली बार महिलाओं को भारी वाहन चलाने की ट्रेनिंग कानपुर में दी जाएगी. फिर इसके बाद उसने पत्नी से बात की और उसकी सहमति से ट्रेनिंग सेंटर में एडमिशन दिला दिया. वेद कुमारी ने बताया, "मेरा ड्राइविंग से कोई वास्ता नहीं था. पति ने इसकी प्रेरणा और ससुराल वालों ने हिम्मत दी. ट्रेनिंग सेंटर के प्रधानाचार्य और प्रशिक्षकों ने भी पूरी मदद की और मेरा उत्साह बढ़ाया. इसके बाद सब आसान हो गया. वरना सवा साल की बेटी को साथ में रखकर पहले कार और फिर बस ड्राइविंग सीखना आसान नहीं था."


मार्च 2021 से जारी है ट्रेनिंग


वहीं रोडवेज ट्रेनिंग सेंटर प्रधानाचार्य एसपी सिंह ने बताया कि देश में पहली बार कौशल विकास मिशन के तहत महिलाओं को भारी वाहन चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण 15 मई को पूरा हो जाएगा. 8 मार्च 2021 को वेद कुमारी का प्रशिक्षण शुरू किया था. उसने पहले 200 घंटे हल्के वाहन चलाने की ट्रेनिंग ली और फिर अब तक 400 घंटे का भारी वाहन चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है.


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