Ghazipur Flood Preparation: यूपी के गाजीपुर (Ghazipur) में बाढ़ प्रभावित इलाकों (Flood Affected Areas) को लेकर इस बार जिला प्रशासन ने पहले से ही रणनीति बनाकर काम करना शुरू कर दिया है. अगस्त से सितंबर महीने में यहां पर अक्सर गंगा का जलस्तर (Ganga River Water Level) बढ़ जाने की वजह से कई इलाकों में बाढ़ आ जाती है. सबसे पहले इसका असर रेवतीपुर ब्लाक में पड़ता है जहां के निचले इलाके में गंगा का पानी घुसकर किसानों की फसल को बर्बाद कर देता है. इसके साथ ही यहां के पशुपालक भी बाढ़ से काफी प्रभावित होते हैं. 


बाढ़ से पहले प्रशासन ने शुरू की तैयारी
गाजीपुर में बाढ़ को लेकर प्रशासन की तैयारी के बारे में बताते हुए  जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने बताया कि गंगा का जलस्तर इन दिनों 52 मीटर के आसपास पहुंच गया है. ये जलस्तर जब 61 मी के ऊपर आता है जो यहां पर बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाती है. ऐसे में जलस्तर बढ़ते ही जनपद वासियों को आगाह कर दिया जाता है. इसके साथ ही पानी बढ़ने पर वहां रहने वाले लोगों और पशुओं के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन कर बाढ़ चौकियों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी. पशुओं को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा. 


250 बाढ़ चौकियां बनाई गईं


जिलाधिकारी ने कहा कि अभी कोई परेशानी नहीं है लेकिन आगामी महीनों में ये परेशानी आ सकती है. ऐसे में लोगों को कहा गया है कि किसी भी परेशानी में फौरन जिला प्रशासन को सूचित किया जाए. इसके साथ ही पूरे इलाके में ढाई सौ से ज्यादा बाढ़ चौकी और राहत केंद्र बनाए गए हैं. पिछले साल जनपद के 102 गांव प्रभावित हुए थे. सभी को रेस्क्यू कर बाढ़ राहत केंद्रों पर लाया गया था. उनके खाने-पीने और रहने का प्रबंध किया गया था और उनके पशुओं को भी लाया गया था और उस वक्त कोई भी जन और धन की हानि नहीं होने दी गई थी. इस बार भी बेहतर व्यवस्था के लिए कोशिशें की जा रही हैं. 


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