Ghazipur FIR Against Gram Pradhan And Secretary: यूपी के गाजीपुर (Ghazipur) में गांव के विकास के लिए कराए जाने वाले काम अनियमितता बरतने के आरोप में ग्राम प्रधान (Gram Pradhan) और सचिव (Secretary) के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज करने के आदेश जारी किए गए है. ये मामला यहां के भावर कोल ब्लॉक के गोडउर ग्राम सभा का है जहां पर समुदायिक भवन (Community Centre) निर्माण किया जाना था. इसके लिए फरवरी में पेमेंट भी ले ली गई लेकिन निर्माण नहीं कराया गया. इसके अलावा भी गांव के विकास के लिए किए गए दूसरे कामों में ग्राम प्रधान और सचिव ने अनियमितता बरती. जांच के बाद दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश जारी किए गए हैं.
ग्राम प्रधान और सचिव का बंदरबांट
दरअसल इस गांव की ग्राम सभा में विकास कार्य के लिए शासन की तरफ से लाखों रुपया ग्राम प्रधान के खाते में भेजा गया था लेकिन ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी की मिलीभगत से उन पैसों का बंदरबांट कर लिया गया. ये मामला प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना प्रत्येक ग्राम सभा में पंचायत भवन का निर्माण है. इस पंचायत भवन की चारदीवारी बनवाने के लिए करीब 5 लाख रुपये भेजे गए थे, लेकिन ग्राम प्रधान ने निर्माण कराए बिना ही 12 फरवरी को सारा भुगतान करवा लिया.
दरअसल इस गांव की ग्राम सभा में विकास कार्य के लिए शासन की तरफ से लाखों रुपया ग्राम प्रधान के खाते में भेजा गया था लेकिन ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी की मिलीभगत से उन पैसों का बंदरबांट कर लिया गया. ये मामला प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना प्रत्येक ग्राम सभा में पंचायत भवन का निर्माण है. इस पंचायत भवन की चारदीवारी बनवाने के लिए करीब 5 लाख रुपये भेजे गए थे, लेकिन ग्राम प्रधान ने निर्माण कराए बिना ही 12 फरवरी को सारा भुगतान करवा लिया.
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बिना काम कराए निकाला विकास का पैसा
इस बात की जानकारी जब गांववालों को लगी तो फिर ग्राम सभा की ओर से आनन फानन में चार दीवारी के गड्ढा खुदवाने का काम शुरू हो गया. इतना ही नहीं इस गांव में सीसी रोड का भी निर्माण किया गया है लेकिन ये काम भी आधा-अधूरा ही कराया गया. करीब 50 मीटर का निर्माण आज तक नहीं हो पाया है जबकि इस काम के लिए भी पूरा भुगतान करवा लिया गया. वैसे तो ग्राम पंचायत में कराए गए कार्यों का भुगतान किसी न किसी फर्म को होना चाहिए लेकिन ग्राम सभा में दर्जनों भुगतान ग्राम प्रधान ने अपने पिता राम सोना के खाते में किया हुआ है जबकि एक भुगतान अमरनाथ सिंह यादव के खाते में किया गया है जो मोहम्मदाबाद ब्लॉक का रोजगार सेवक है.
ग्राम प्रधान और सचिव के खिलाफ एफआईआर
इन्हीं सब मामलों की अनियमितता को लेकर गांव के ही लोगों के द्वारा जिला अधिकारी के यहां शिकायत की गई थी और इस शिकायत पर जिलाधिकारी के निर्देश पर संबंधित अधिकारियों ने जांच की तो ग्रामीणों की शिकायत सही पाया. इस मामले पर जिला पंचायत राज अधिकारी कुमार अमरेंद्र बताया कि इस प्रकरण की जांच के बाद ग्राम प्रधान और सचिव दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी किए जा चुके हैं.
इन्हीं सब मामलों की अनियमितता को लेकर गांव के ही लोगों के द्वारा जिला अधिकारी के यहां शिकायत की गई थी और इस शिकायत पर जिलाधिकारी के निर्देश पर संबंधित अधिकारियों ने जांच की तो ग्रामीणों की शिकायत सही पाया. इस मामले पर जिला पंचायत राज अधिकारी कुमार अमरेंद्र बताया कि इस प्रकरण की जांच के बाद ग्राम प्रधान और सचिव दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी किए जा चुके हैं.
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