Gonda News: गोंडा में जमीन घोटाले का सरगना बृजेश अवस्थी गिरफ्तार, फर्जी बैनामा, हत्या की कोशिश समेत दर्ज हैं 30 मुकदमे
Gonda News: जमीन घोटाले के सरगना बृजेश अवस्थी पर आरोप है कि उसने फर्जी दस्तावेजों के जरिए कई जमीनों का बैनामा अपने नाम करा लिया, इनमें से कई जमीने उसने दूसरे शख्स को बेच भी दी.
Gonda News: गोंडा में कोतवाली नगर और एसओजी की टीम जमीन घोटाले के सरगना बृजेश अवस्थी को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया है. बृजेश अवस्थी को भारी पुलिस फोर्स के साथ कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया. आरोपी बृजेश अवस्थी पर जालसाज कूट रचित दस्तावेज तैयार कर फर्जी बैनामा और हत्या के प्रयास सहित कई अन्य धाराओं में कोतवाली नगर में 30 मुकदमे पंजीकृत हैं. जिसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कोतवाली नगर पुलिस और एसओजी की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार किया है.
जमीन घोटाले के सरगना गिरफ्तार
बृजेश अवस्थी कोतवाली नगर क्षेत्र के सिविल लाइन और कोतवाली देहात क्षेत्र के भदुवातरहर क्षेत्र का रहने वाला है. आरोप है कि बृजेश ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए कई जमीनों का बैनामा अपने नाम करा लिया, इनमें से कई जमीने उसने दूसरे शख्स को बेच भी दी. शिकायत के बाद जब इस मामले की जांच हुई तो करीब 40 ऐसे मामले सामने आए जिसमें फर्जी तरीके से बैनामा कराकर जमीन घोटाले की बात सामने आई. जिसके बाद डीआईजी ने मामले की उच्चस्तरीय जांच एसआईटी के कराने को लेकर शासन को पत्र लिखा था. जिसके बाद एसआईटी को जांच सौंप दी गई थी.
इस मामले में अभी तक 40 से ज्यादा मुकदमे विभिन्न लोगों के खिलाफ पंजीकृत है. शासन द्वारा बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद भ्रष्टाचार में लिप्त AIG स्टांप मनोज कुमार श्रीवास्तव, पूर्व में AIG स्टांप रहे अरुण कुमार मिश्रा, उपनिबंधक सुधा यादव, उपनिबंधक मुखराम, निबंधन विभाग के एक लिपिक, प्रमुख सचिव स्टाम्प बीना कुमारी को निलंबित कर ADM गोंडा को पूरे मामले की जांच सौंपी थी. बृजेश अवस्थी को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक ने 25 हजार रुपये नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया है.
अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज प्रजापति ने बताया कि नगर कोतवाली पुलिस व स्वाट टीम द्वारा बृजेश अवस्थी नाम के वांछित अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है. इसको न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है. गोंडा सदर तहसील में रजिस्ट्री ऑफिस में जो जमीन के घोटाले हुए थे उसमें वांछित अभियुक्त के तौर पर इसके खिलाफ 30 के अभियोग पंजीकृत है. आरोपी ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर रजिस्ट्री ऑफिस में जमीन के बैनामे कराए और बैनामों की भी अदला-बदली की गई. इस संबंध में विवेचना की जा रही है.
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