Gorakhpur News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी आबादी के लिहाज से सबसे बड़ा राज्य है. इसके बावजूद देश की 20% उत्पादन उत्तर प्रदेश पर निर्भर है. हमें उत्पादकता को बढ़ाने पर ध्यान देना होगा. किसानों को उन्नत खेती के लिए प्रयास करने होंगे. सीएम ने कहा कि किसान चाहे तो आधुनिक तकनीक से लागत को कम करके उत्पादकता को बढ़ा सकते हैं. इसके लिए किसानों को मिलकर प्रयास करना होगा. वे पशुपालन और अन्य माध्यमों से भी अपनी आय को बढ़ा सकते हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामगढ़ ताल स्थित महंत दिग्विजयनाथ पार्क में रवि गोष्ठी में किसानों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने गोरखपुर, बस्ती, देवीपाटन और आजमगढ़ मंडल के किसानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.
कृषि उत्पादन बढ़ाने पर दिया जोर
सीएम योगी ने कहा कि समय पर बीज, पानी देकर तकनीक के माध्यम से हम अपनी उत्पादकता बढ़ा सकते हैं. हर जनपद में नलकूप स्थापना के लिए योजना और कुसुम योजना के तहत पीएम कुसुम योजना से पानी खेत में सोलर के माध्यम से पहुंचा रहे हैं. ढाई वर्ष से कोरोना जैसी महामारी से दुनिया पस्त हो गई. लेकिन कृषि ऐसा क्षेत्र था कि किसान ने हमें निराश नहीं किया. किसान गरीब कल्याण योजना के तहत पीएम मोदी ने नि:शुल्क गरीबों को राशन दिया. 15 करोड़ लोगों को महीने में 2 बार निःशुल्क राशन उपलब्ध कराया है.
तकनीक के इस्तेमाल को लेकर कही ये बात
इस अवसर पर यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि देश में हो रहे उत्पादन का 32 प्रतिशत यूपी में हो रहा है. हमें उत्पादन बढ़ाने की आवश्यकता है. तकनीकी के इस्तेमाल से हम अपने उत्पादन को बढ़ा सकते हैं. कृषि के लिए अच्छे बीज आए हैं. इस साल अतिवर्षा और सूखे को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने दलहन और तिलहन की किट लगभग 16 हजार क्विंटल बीज बांट रहे हैं. मसूर 8-8 किट बांट रहे है. यूपी दूध, सब्जी, आलू के उत्पादन में एक नंबर पर हैं. शहद में हम एक नंबर पर पहुंचने वाले हैं. तकनीकी का हम प्रयोग कर खेती को सवा गुना अधिक बढ़ा सकते हैं.
कृषि मंत्री ने कहा कि पराली जलाने की दिशा में कमी आई है. सपा सरकार में 1600 और आज भाजपा की सरकार में 30 हजार सोलर पंप इस्तेमाल हो रहे हैं. गन्ने का भुगतान सपा सरकार में 17 से 18 हजार की बजाय 24 से 25 हजार करोड़ का भुगतान सवा गुना अधिक भाजपा की सरकार में हुआ है. कृषि उत्पादों की मांग दुनिया में तेजी से बढ़ रही है. सक्षम किसान भाई कुछ हिस्सा प्राकृतिक खेती के रूप में योगदान दें. पीएम मोदी ने अगले वर्ष को अंतरराष्ट्रीय मोटे अनाज वर्ष के रूप में मनाने का आह्वान किया है. मोटे अनाज के उत्पादन को प्रोत्साहन दें.
गोरखपुर के सांसद रवि किशन ने कहा कि यूरिया के नाम पर यहां लाठी चलती थी. आज पीएम मोदी के नेतृत्व में हम एक्सपोर्टर बन गए हैं. 2017 के पहले किसान आत्महत्या करते थे. समस्त भारत में महाराष्ट्र के हर गांव, यूपी, बिहार हर जगह किसान आत्महत्या करने को मजबूर रहे हैं. 2017 के पहले यूपी की यही तस्वीर रही है. यूपी में 68 हजार कृषकों को 42 हजार करोड़ क्षतिपूर्ति की गई. गन्ना मूल्य भुगतान के साथ बंद चीनी मिल को शुरू कर दिया गया है.
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