Gorakhpur में सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- 5 साल में 2 करोड़ युवाओं को देंगे स्मार्टफोन और टैबलेट
UP News: सीएम योगी रविवार को गोरखपुर पहुंचे जहां उन्होंने महात्मा गांधी कॉलेज में आयोजित समारोह में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें देश को सशक्त बनाना है तो युवाओं को आगे बढ़ाना होगा.
UP News: गोरखपुर (Gorakhpur) के महात्मा गांधी कॉलेज (Mahatma Gandhi Collage) में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज के दौर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) को नकारा नहीं जा सकता है. लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ ह्यूमन इंटेलिजेंस को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. हमें देश को सशक्त बनाना है, तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ ह्यूमन इंटेलिजेंस के साथ युवाओं को आगे बढ़ाना होगा. यूपी सबसे बड़ी आबादी के साथ ही सबसे अधिक युवाओं वाला प्रदेश है. यहां के प्रतिभावान युवा अलग-अलग राज्यों में और देश के बाहर भी मिल जाएंगे.
महात्मा गांधी कॉलेज के कार्यक्रम में शामिल हुए योगी
सीएम योगी ने महात्मा गांधी पीजी कालेज के प्रबंधक स्व. प्रेम नारायण श्रीवास्तव की प्रतिमा के अनावरण किया इस मौके पर उन्होंने कहा कि तकनीक के साथ दुनिया तेजी से आगे की ओर बढ़ रही है. ऐसे में हमें यह भी ध्यान रखना है कि इस दौड़ में हम कहीं पीछे न रह जाए. हमें यह तय करना होगा कि जब हम आजादी का 100 वां वर्ष मनाएं, तो दुनिया तकनीक के साथ ताकतवर बन चुके भारत के पीछे दौड़े. नई शिक्षा नीति का भी यही उद्देश्य है.
कोरोना में दुनिया के आगे उदाहरण बना भारत
सीएम ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान सदी में कोरोना जैसी महामारी का सामना हम लोगों ने किया है. दुनिया के सामने दादागिरी दिखाने वाले देश इस अदृश्य वायरस से निपटने में फेल हो गए. हमें सोचना होगा कि जहां कोरोना के सामने दुनिया पस्त थी. कोरोना के खिलाफ दुनिया के सामने भारत अपना उदाहरण प्रस्तुत कर रहा था. महज 9 महीने में वैक्सीन लाकर हमने दुनिया के सामने खुद को साबित किया है. लोगों को निशुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराई गई, सरकार ने जीवन और जीविका को बचाने का काम किया.
नई शिक्षा नीति से विश्वगुरू बनेगा भारत
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यहां पर 1 से 16 वर्ष की आयु के बच्चे इंसेफेलाइटिस का शिकार हो जाते थे. 40 साल में 50 हजार बच्चे असमय मर गए. जापान में इसकी वैक्सीन 1904 में बन गई. भारत आने में उसे 100 साल लग गए. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ ह्यूमन इंटेलिजेंस भी उतना ही महत्वपूर्ण है. समय पर वैक्सीन, उपचार और राशन जनता को उपलब्ध कराना लक्ष्य बन गया. शिक्षा के क्षेत्र में भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए नई शिक्षा नीति लाई गई है. सेवानिवृत्त शिक्षक संस्थान में आएंगे अपने अनुभव को बच्चों के साथ बांटकर योग्य नागरिक बनाने के कर्तव्यों के पालन की ओर अग्रसर करेंगे.
समय के साथ तेजी से बढ़ना होगा
योगी आदित्यनाथ ने नेशनल एजुकेशनल सोसाइटी को धन्यवाद देते हुआ कहा कि समय तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है. हम समय के साथ तेजी से आगे नहीं बढ़ेंगे, तो समाज कहीं आगे निकल जाएगा. हम काफी पीछे छूट जाएंगे. आज हमारी आवश्यकता क्या हैं. इस पर जहां भी जाता हूँ सवाल जरूर करता हूं. क्या हमारे और समाज के निर्माण में सबका योगदान होता है. समाज के प्रति अपने उत्तरदायित्व को समझना होगा. उस ऋण से खुद को अलग नहीं किया जा सकता है. केंद्र और राज्य सरकार ने कौन से कार्यक्रम उनके लिए किए हैं. शासन की योजनाओं के साथ जुड़ना होगा.
अभ्युदय कोचिंग से छात्रों को हुआ फायदा
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षण संस्थाएं इससे दूर होती जा रही हैं. छात्र-छात्राएं डिग्री लेकर भटकते हैं. अभ्युदय कोचिंग योजना इसमें कारगर हुई. शिक्षा के साथ रोजगारपरक कार्यक्रम को भी आगे बढ़ाना होगा. कोरोना में राज्य के बाहर तैयारी करने वाले फंस गए. उन्हें बाहर से वापस लाया गया. कोरोना में अभ्युदय कोचिंग शुरू की गई. एक्चुअल और ऑनलाइन निःशुल्क इस योजना के साथ बच्चे जुड़े हुए हैं. सीएम ने कहा कि अब तक 15 लाख युवाओं को उपलब्ध कराया जा चुका है. अगले 5 साल में 2 करोड़ युवाओं को स्मार्टफोन और टैबलेट उपलब्ध कराएंगे.
1969 में महात्मा गांधी पीजी कॉलेज की स्थापना हुई. आज ये कालेज शिक्षा के साथ तकनीक में भी युवाओं को आगे बढ़ा रहा है. राम गरीब लाल ने 12 से 15 एकड़ जमीन नेशनल एजुकेशनल सोसाइटी 1909 में दी थी. देश के सहस्त्राब्दी वर्ष में हमें नए भारत के संकल्प को पूरा करना होगा. ऐसा गौरवपूर्ण भारत बनाना होगा, जिसके पीछे दुनिया भागे. नेशनल एजुकेशनल सोसाइटी अपने प्रस्ताव दें, उसे हम आगे कार्यान्वित करेंगे. उन्होंने कहा कि स्व. प्रेम नारायण श्रीवास्तव के कार्यों को सदियों तक याद करने के लिए आज उनके प्रतिमा का अनावरण गौरव का क्षण है. उनके कार्यों को याद रखकर विद्यार्थियों को उन्नति के पथ पर आगे बढ़ना होगा.
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