Gorakhpur News: गोरखपुर का डीएम बताकर अधिकारियों को 'चूना' लगाने की कोशिश, साइबर ठग की तलाश में जुटी पुलिस
UP Cyber Crime: साइबर ठग ने गोरखपुर जिलाधिकारी के नाम फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट बनाकर जनपद के सभी अपर जिलाधिकारी के पास व्हाट्सएप चैटिंग करते हुए रुपए की डिमांड की है.
UP News: यूपी के गोरखपुर में नए जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने कुछ ही दिन पहले कार्यभार ग्रहण किया है. उनके ज्वाइन करने के बाद साइबर ठग ने दुस्साहस दिखाते हुए उनके फोटो और नाम का इस्तेमाल कर अधिकारियों से रुपये की मांग भी कर डाली है. हालांकि अधिकारियों को ये समझने में देर नहीं लगी कि ये किसी साइबर ठग की चाल है. उन्होंने जब जिलाधिकारी को कॉल किया तब सच्चाई सामने आ गई. पुलिस साइबर ठग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश में जुटी है.
लोकेशन पूछकर की रुपये की मांग
गोरखपुर के नए जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश के नाम पर साइबर ठगी करने का प्रयास किया गया है. साइबर ठग ने मंगलवार को उनके नाम और पद का प्रयोग कर प्रशासनिक अधिकारियों से रुपये की मांग की. अधिकारियों ने इसकी जानकारी जिलाधिकारी को दी तब उन्होंने बताया कि वे बैठक में हैं. उन्होंने कोई मैसेज नहीं किया है. साइबर ठग ने रुपये की मांग करने से पहले प्रशासनिक अधिकारियों की लोकेशन पूछी और उसके बाद उनसे रुपये की मांग की.
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डीएम ने दिए कड़ी कार्रवाई के निर्देश
डीएम कृष्णा करुणेश ने उनके नाम पर साइबर ठगी की जानकारी मिलने के बाद एसएसपी को ठग का पता लगाकर कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है. ठग ने जिस नंबर का इस्तेमाल किया है, उस नंबर से प्रशासनिक अधिकारी भी अंजान हैं, लेकिन उस पर डीएम की फोटो और पद लिखा होने की वजह से अधिकारी भी सकते में आ गए.
सीयूजी नंबर पर मिला था व्हाट्सएप मैसेज
मंगलवार को गोरखपुर के सभी एडीएम और एसडीएम के सीयूजी नंबर पर मोबाइल नंबर 8250128869 से वाट्सएप मैसेज मिला. उसमें उनका लोकेशन पूछा गया. कुछ अधिकारियों ने अपना लोकेशन भी बताया. वाट्सअप पर चैटिंग करने वाले साइबर ठग ने ये भी कहा कि वो बैठक में हैं. उन्हें कॉल न करें. अमेजन पे के माध्यम से रुपये की मांग की गई. इसके बाद अधिकारियों को शक हो गया और नंबर को ब्लॉक करने के बाद इसकी जानकारी डीएम को दी. पूर्व डीएम विजय किरण आनंद के नाम से भी फर्जी आईडी बनाकर प्रशासनिक अधिकारियों से रुपये की मांग की जा चुकी है.
जिलाधिकारी ने क्या कहा?
गोरखपुर के जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बताया कि मंगलवार की सुबह संज्ञान में आया है कि उनके फोटो और नाम का इस्तेमाल कर वाट्स पर फेक आईडी बनाई गई है. उन्होंने बताया कि व्यक्तिगत नंबर का इस्तेमाल कर प्रशासनिक अधिकारियों से उनके नाम पर रुपये की मांग की गई है. उन्होंने बताया कि थाने में एक तहरीर भी दे दी गई है. उसके खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा भी हो गया है. उसे ट्रेस भी किया जा रहा है कि आखिर ये कौन है. इस तरह का प्रकरण पहले भी एक-दो बार हो चुका है. कोई भी गिरोह होगा, उसे चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी.
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