Gorakhpur News: गोरखपुर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र से बेहद दर्दनाक खबर आई है जहां आर्थिक तंगी से परेशान होकर एक ही परिवार के तीन सदस्यों ने फांसी के फंदे से लटककर अपनी जान दे दी, जिसके बाद पूरे इलाके में कोहराम मच गया है. ये घटना घोसीपुरवा इलाके की है. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने पिता और उसकी दो बेटियों के शव को कब्जे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल पहुंचकर साक्ष्य जुटाए हैं.
एक ही परिवार के तीन लोगों ने दी जान
खबर के मुताबिक घोसीपुरवा इलाके में रहने वाले जितेन्द्र श्रीवास्तव अपनी दो बेटियों 16 वर्षीय मान्या, और 14 वर्षीय मानवी के साथ रहते थे. 1999 में जितेंद्र ने एक ट्रेन दुर्घटना में अपना पैर खो दिया था वहीं दो साल पहले उनकी पत्नी सिम्मी की कैंसर से मौत हो गई थी. पत्नी की मौत के बाद जितेन्द्र रोजी रोटी कमाने के लिए सिलाई का काम करता था. पिछले दो सालों से वो आर्थिक तंगी का सामना कर रहा था जिसके बाद उसने ये खौफनाक कदम उठा लिया.
पुलिस के मुताबिक शुरुआती जांच में पता चला है कि मृतक जितेंद्र की बेटियों की स्कूल फीस पिछले पांच महीने से नहीं भरी गई थी. दोनों बेटियां यहां के निजी अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़ाई करती थीं. स्कूल प्रबंधन के मुताबिक दोनों छात्राएं पढ़ने में अच्छी थी. उनकी शिक्षा रिकॉर्ड की वजह से स्कूल प्रबंधन की ओर से फीस के लिए कभी कोई दबाव नहीं बनाया गया था.
इस बारे में और जानकारी देते हुए गोरखपुर के एसएसपी गौरव ग्रोवर ने बताया कि एक निजी कंपनी में गार्ड के पद पर कार्यरत जितेंद्र श्रीवास्तव के पिता ओम प्रकाश उस रात ड्यूटी पर थे. अगली सुबह जब वो घर लौटे तो तीनों को फंदे पर लटका पाया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी.
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