Gorakhpur Dengue: डेंगू को लेकर गोरखपुर (Gorakhpur) हाई अलर्ट पर आ गया है. स्वास्थ्य अधिकारियों की मानें तो अभी तक 194 मरीजों में डेंगू पॉजिटिव (Dengue Cases) मिला है. वहीं लगातार बढ़ रहे डेंगू के केस को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की टीम लगातार मोहल्लों में जांच कर सतर्कता बरतने के निर्देश भी दे रही है. डेंगू से बचाव के साथ मरीजों को सावधानी बरतने और बुखार आने पर चिकित्सक से संपर्क करने के निर्देश भी दिए जा रहे हैं.
गोरखपुर में डेंगू के खिलाफ एक्शन
गोरखपुर के आईसीएमआर की आरएमआरसी और मलेरिया विभाग की संयुक्त टीम लगातार इलाके में जागरूकता अभियान चला रही है. ये टीम घासीकटरा में एक मंदिर पर सबसे पहले पहुंची. जहां बनाए गए सीमेंट के छोटे पात्र में पानी और काई देखकर टीम ने जांच की. टीम ने लोगों को 10-15 दिनों तक कहीं भी पानी जमा नहीं करने के निर्देश दिए. इस दौरान टीम ने जागरूकता के लिए पोस्टर भी चस्पा किए. इसके बाद टीम एक डेंगू पीड़ित के घर पहुंची, जहां छत पर टंकी और जमा पानी की जांच की. इस घर में डेंगू का लार्वा मिला. जिसके बाद यहां छिड़काव किया गया.
इस घर में डेंगू बुखार से पीड़ित दीपिका गौड़ ने बताया कि उनकी तबियत ठीक नहीं है. 3 नवंबर को उनकी सास की भी मौत हो गई थी. वे सभी लोग बाहर खुले में रात में बैठे रहे. इसी दौरान वहां पर मच्छर काटने का अंदेशा है. उन्होंने रोते हुए बताया कि छह महीने पहले उनके ससुर का भी निधन हो गया था. उस समय पति उनकी अस्थियां विसर्जन करने के लिए निकले थे. तभी से वो भी लापता हो गए. वो एक छोटी सी पान की गुमटी से जीविका चलाती रही है. 15 साल का बेटा दुकान पर काम करता है.
लोगों को जागरुक करने का काम तेज
यूपी स्वास्थ्य विभाग गोरखपुर मंडल के एंटोमोलॉजिस्ट डॉ. वी के श्रीवास्तव ने बताया कि आईसीएमआर की लोकल स्तर पर आरएमआरसी और मलेरिया विभाग की टीम संयुक्त अभियान के तहत डेंगू के खिलाफ लोगों को जागरुक कर रही है. उन्होंने बताया कि घर के लोगों को भी साथ में रखकर डिमॉस्ट्रेट किया जा रहा है. मच्छरों में किस प्रकार के वायरस पाए जा रहे हैं, इस पर भी टीम शोध करेगी. उन्होंने बताया कि जहां पर भी साफ पानी होगा, वहां पर डेंगू के मच्छर पनप सकते हैं. कमरे में मच्छर मिले हैं. ये जांच के बाद पता चलेगा कि वे डेंगू के मच्छर हैं या नहीं.
इन अहम बातों का रखें ध्यान
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक मच्छरों से बचाव के लिए कूलर के पानी को हटा दें. फ्रिज के पीछे वाटर पैन से पानी निकाल दें. गमले, टायर से पानी निकाल दें. बुखार होने पर स्वास्थ्य केन्द्र पर निःशुल्क जांच करवा लें. इसके अलावा झोलाछाप डॉक्टर और दुकान से दवा न लें.
जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि जनपद में 194 केस डायग्नोस हुए हैं. इसमें 66 केस जनपद से आए हैं. शहरी क्षेत्र में 122 केस मिले हैं. 66 केस बाहर के जनपद से आए हैं. बसंतपुर, शेषपुर, घासीकटरा और कुछ अन्य इलाके में जाकर लोगों को जागरूक करने के साथ ही केसेज को निकटतम शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में जांच के लिए भेज रहे हैं. एनएस-1 जांच के बाद ही कंफर्म केस को क्लियर करते हैं. कंफर्म और सस्पेक्टेड केस में हम जांच के बाद रिपोर्ट आने पर डेंगू कंफर्म करते हैं.