Gorakhpur News: पूर्वोत्तर रेलवे (Eastern Railway) दुनिया के सबसे लंबे प्लेटफार्म के लिए पहचान रखने वाले गोरखपुर रेलवे स्टेशन (Gorakhpur Railway Station) को इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करेगा. इसके लिए प्रपोजल तैयार किया जा रहा है. यहां पर हाईटेक रेस्टोरेंट और कमर्शियल काम्प्लेक्स के साथ ही पार्किंग और अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी.
इसके साथ ही पर्यटकों को आकर्षित करने और गोरखपुर को सेंटर ऑफ सिटी बनाने की पहल को आगे बढ़ाते हुए पूर्वोत्तर रेलवे दोनों ओर खुलने वाले द्वार के एंट्रेंस भवन को ऐसा बनाने की कवायद में जुटे हैं, जिससे उसमें विश्व प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर और गीता प्रेस का अक्स दिखाई दे. इससे आध्यात्मिक नगरी के रूप में गोरखपुर की पहचान का अहसास गोरखपुर आने और जाने वाले पर्यटकों को हो सके.
टेंडर होने के बाद काम होगा शुरू
गोरखपुर पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि गोरखपुर रेलवे स्टेशन को इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करने का प्रपोजल तैयार किया गया है. टेंडर होने के बाद यहां काम शुरू हो जाएगा. इसमें दो एंट्रेस होंगे. एक दक्षिण ओर और दूसरा उत्तर की ओर होगा. उन्होंने बताया कि दोनों एंट्रेस के भवन में गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर और गीता प्रेस का अक्स दिखाई देगा, क्योंकि धर्म और आध्यात्म की नगरी गोरखपुर की इसी से पहचान है. इससे यहां आने वाले यात्रियों को इसका अहसास दिलाने का प्रयास किया जाएगा. इससे गोरखपुर को सेंटर ऑफ सिटी के रूप में विकसित करने की कवायद को भी बल मिलेगा.
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि गोरखपुर रेलवे स्टेशन का टेंडर होने के बाद काम शुरू किया जाएगा. ये पूरा करने का लक्ष्य टेंडर होने के दो साल के भीतर रखा गया है. दुनिया में सबसे लंबे प्लेटफार्म के लिए पहचान रखने वाला गोरखपुर रेलवे स्टेशन का स्वरूप भी बदला हुआ नजर आएगा. इसके अगले 50 सालों को ध्यान में रखकर डेवलप किया जाना है.
पंकज कुमार सिंह ने आगे बताया कि रेलवे स्टेशन पर फूड प्लाजा, रेस्टोंरेंट, कामर्शियल कॉप्लेक्स समेत तमाम हाईटेक सुविधाएं मिलेंगी. उन्होंने बताया कि गोरखपुर रेलवे स्टेशन का फाइनल लुक एकदम अलग होगा. गोरखपुर रेलवे स्टेशन का जैसा लुक होगा, ऐसा कहीं और नहीं दिखेगा. नए मॉडल का स्टेशन आपको देखने को मिलेगा. उन्होंने बताया कि गोरखपुर रेलवे स्टेशन के डेवलपमेंट का भी काम होगा. इसका सर्वे भी कर लिया गया है.
मॉडल प्रस्तुत करने के दौरान एजेंसी जंक्शन के नए स्वरूप का खाका और उसके निर्माण में आने वाले खर्च का ब्यौरा भी देगी. मॉडल को देखने के बाद महाप्रबंधक और अधिकारी अपना सुझाव देंगे. इसके बाद पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन रिपोर्ट को रेलवे बोर्ड के पास मंजूरी के लिए भेजेगा. विकसित होने के बाद स्टेशनों के रूफ प्लाजा में फूड कोर्ट, वेटिंग लाउंज, बच्चों के खेलने की जगह के साथ ही स्थानीय उत्पादों की दुकानें होंगी. मेट्रो सेवा, सिटी बस और यातायात के अन्य साधन जंक्शन के पास उपलब्ध होंगे. इन स्टेशनों का विकास आगामी 40 से 50 सालों की जरूरतों को ध्यान में रखकर किया जाएगा. इसकी यात्री क्षमता को भी बढ़ाया जाएगा.
स्थानीय लोग काफी खुश
गोरखपुर के रहने वाले स्थानीय और आसपास के जिले के राजेश, श्रीकांत सैनी और रामदरश राय भी इससे काफी खुश हैं. उनका कहना है कि गोरखपुर रेलवे स्टेशन को एशिया के टॉप थ्री रेलवे स्टेशन का दर्जा प्राप्त है. दुनिया के सबसे लंबे प्लेटफार्म के लिए ख्याति रखने वाले गोरखपुर को आध्यात्मिक नगरी के रूप में जाना जाता है. गोरखनाथ मंदिर और विश्व प्रसिद्ध गीता प्रेस से इसकी पहचान है. ऐसे में स्टेशन के दोनों एंट्रेंस भवन में अक्स दिखेगा, तो यहां आने वाले पर्यटकों और यात्रियों को ये आकर्षित भी करेगा. इस शहर के रेलवे स्टेशन पर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तरह सुविधा मिलेगी और हाईटेक हो जाएगा, तो गोरखपुर के लोगों के लिए इससे खुशी की बात क्या हो सकती है.
यह भी पढ़ें:-