Loudspeaker Controversy: धार्मिक स्थल से अवैध लाउडस्पीकर हटाने को लेकर यूपी सरकार सख्त, मांगी सभी जिलों की रिपोर्ट
Loudspeaker In UP: धार्मिक स्थानों से अवैध लाउडस्पीकर को हटाने को लेकर यूपी सरकार पूरी तरह सख्त है. गृह विभाग ने सख्ती के साथ इसके लिए निर्देश जारी किए हैं.
Loudspeaker Row: धार्मिक स्थलों से अवैध लाउडस्पीकर को हटाने को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह सख्त है. गृह विभाग ने सख्ती के साथ इसके लिए निर्देश जारी किए हैं. अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने 30 अप्रैल तक सभी जिलों को इसे लेकर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं. लापरवाही बरतने वाले थानाध्यक्षों पर 30 अप्रैल के बाद कार्रवाई भी की जाएगी. पिछले दिनों गृह विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इसे लेकर सख्त निर्देश भी दिए थे.
गोरखपुर में क्या है हाल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में लाउडस्पीकर की संख्या को सीमित कर दिया गया है. इसके साथ ही उसकी आवाज को भी कम कर दिया गया है. सबसे खास बात ये है कि लाउडस्पीकर के मुख्य भाग को मंदिर की ओर घुमा दिया गया है. जिससे न तो आवाज बाहर जाए और न ही मंदिर परिसर के बाहर मंत्रोच्चार की आवाज से किसी को किसी तरह की कोई परेशानी हो.
गोरखनाथ मंदिर के कार्यालय सचिव द्वारिका तिवारी ने बताया कि जिस दिन गोरक्षपीठ के महंत और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आदेश आया, उसी दिन से लाउडस्पीकर की संख्या को कम करने के साथ उसकी आवाज को सीमित कर दिया गया है. जिससे मंदिर परिसर के बाहर आवाज नहीं जाए और न ही इससे किसी को कोई दिक्कत और परेशानी हो.
उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में लगे सभी लाउडस्पीकर का मुख्य भाग भी मंदिर की ओर कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि शासन की ये अच्छी पहल है. गोरखपुर में हर धार्मिक स्थलों पर इसका पालन किया जा रहा है. इस पहल का सभी को स्वागत करना चाहिए.
साउंड को किया गया सीमित
गोरखनाथ मंदिर के मुख्य दक्षिणी द्वार के सामने स्थित मनोकामना सिद्ध श्री राम-जानकी हनुमान मंदिर के प्रमुख पुजारी सुबोध दास जी महाराज ने कहा कि शासन के आदेश कोअमल में लाया गया है. शास्त्र भी कहते हैं कि भगवान की साधना और आराधना में जितनी मधुर आवाज आप पहुंचाएंगे, उतना ही अच्छा फल मिलेगा. कबीरदास कहते हैं कि चींटी के पग नूपुर बाजे वो भी साहब सुनता है. कोई भी परम्परा ये नहीं कहती कि आप चिल्ला कर ही भगवान की प्राप्ति कर सकते हैं. मौन से भी प्रभु का दर्शन हो सकता है. उन्होंने चार की जगह दो लाउडस्पीकर करने के साथ साउंड को सीमित कर दिया गया है. वे इस आदेश की सराहना करते हैं.
शासन के आदेश का हो रहा है पालन
श्री राम जानकी हनुमान मंदिर में दर्शन करने आए आलोक कुमार ने कहा कि शहर में लाउडस्पीकर की आवाज तेज नहीं है. ये अच्छी पहल है. मंदिर और मस्जिद में दोनों जगह इसका पालन किया जा रहा है. वे यहां पर दर्शन करने आए थे. यहां पर लाउडस्पीकर बंद है. शासन की ओर से इसका पालन हो रहा है. लोग भी इसे अमल में ला रहे हैं. ये अच्छी पहल है.
आदेश का करना चाहिए पालन
गोरखनाथ मंदिर के ठीक पूरब जहानाबाद मोहल्ले की मस्जिद के ईमाम मुनीर अहमद अल कासमी ने भी कहा कि शासन की इस पहल का हर आवाम के लोगों को अमल करना चाहिए. मंदिर हो या फिर मस्जिद हो, उसके लाउडस्पीकर की आवाज को सीमित करना चाहिए, जिससे कि उसकी आवाज बाहर न जाए, इससे किसी दूसरों को तकलीफ न पहुंचे. उन्होंने कहा कि आदेश आने के बाद से ही मस्जिद के लाउडस्पीकर की आवाज को धीमा कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठ के महंत हैं, जब गोरखनाथ मंदिर के लाउडस्पीकर की आवाज को सीमित कर दिया गया, तो हमें भी गंगा-जमुनी तहजीब को बरकरार रखते हुए आवाम की हुकूमत के आदेश का पालन करना चाहिए.मुनीर अहमद अल कासमी ने कहा कि गोरक्षपीठ के महंत और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा-जमुनी तहजीब को कायम रखा है. वे अच्छे सीएम हैं. पूरे यूपी के लिए गर्व की बात है. हम कोशिश करेंगे कि उनके आदेश का पालन करेंगे.
नहीं दी जाएगी लाउडस्पीकर की अनुमति
गोरखपुर के जिलाधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि थानों पर पीस कमेटी की बैठक की गई है. उन्होंने बताया कि आगामी त्योहारों को देखते हुए सभी आयोजकों के साथ बैठक हुई है. पुरानी परंपराओं को बरकरार रखा जाएगा. किसी भी तरह के नए लाउडस्पीकर को अनुमति नहीं दी गई है. डीएम ने कहा कि अनावश्यक हस्तक्षेप और कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाली गतिविधियों को नहीं होने दिया जाएगा. शासन के निर्देशों का हर तरह से पालन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसे लेकर वे खुद भी पीस कमेटी की बैठक लगातार कर रहे हैं.
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