Hamirpur Flood Effect: यूपी के हमीरपुर (Hamirpur) में बीते दिनों आई बाढ़ (Flood) से किसानों (Farmers) का बड़ा नुकसान हुआ है, यहां बाढ़ की चपेट में आकर दो हज़ार हेक्टेयर खरीफ की फसल बर्बाद हो गई है, जिसने किसानों को तोड़ कर रख दिया है. उनकी महीनों की मेहनत, हर-भरे खेत, बाढ़ की वजह से खेतो में ही सड़ गए हैं. लाखों की फसल चौपट हो गई है. हमीरपुर में आई बाढ़ से किसानों को पहुंचे इस बड़े नुकसान की पुष्टि उप कृषि निदेशक ने भी की है. 


बाढ़ से किसानों की फसल बर्बाद
हमीरपुर में इस साल पहले से समय पर बारिश नहीं होने की वजह से ज्यादातर किसानों ने खरीफ की फसल नहीं बोई थी, लेकिन नदी के किनारे रहने वाले किसान खरीफ की फसल को बो पाए थे. इन किसानों ने तिल, उड़द, मूंग, ज्वार, बाजरा और मूंगफली जैसी फसलों को बोया था पर उनकी फसल को नजर लग गई, पहाडों पर हुई रिकॉर्डतोड़ बारिश का असर यहां तक देखने को मिला. यहां से बहने वाली नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को भी पार कर गया और हाल में आई रिकॉर्डतोड़ बाढ़ ने उनकी फसलों को तहस-नहस कर दिया. 


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बाढ़ से खेतों में ही सड़ गईं फसलें


किसानों की तैयार हुईं फसलें चार दिनों तक पानी में डूबी रहीं और जब पानी उतरा तब तक सारी फसल सड़ चुकी थी. हमीरपुर में अभी भी बहुत से ऐसे इलाके हैं जहां खेतों में पानी भरा हुआ है. हमीरपुर ज़िले के कुरारा ब्लॉक क्षेत्र में यमुना नदी की बाढ़ से लगभग 700 हेक्टेयर खरीफ की फसल खराब हो गई है, तो वहीं सुमेरपुर ब्लॉक क्षेत्र में बेतवा नदी की बाढ़ से 1300 हेक्टयर फसल खराब हुई है. 


उप कृषि निदेशक हरिशंकर भार्गव भी मानते हैं कि बाढ़ की वजह से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. उड़द और मूंग की फसल थोड़ा सहनशील होती है, इसलिए वह थोडा बहुत बच सकती है, लेकिन बाकी फसल खराब हो गई है. 


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