E-District Service In UP: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को ई-डिस्ट्रिक्ट सेवाओं को तय समय सीमा के अंदर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही सीएम योगी ने ई-डिस्ट्रिक्ट सेवाओं के लिए पहले से तय की गई समय सीमा को कम करते हुए एक हफ्ता करने के आदेश दे दिए हैं. वहीं तय समय सीमा के बाद लंबित मामलों पर जिलाधिकारियों को जवाबदेही तय करने को कहा है. उन्होंने जिलाधिकारियों को ई-डिस्ट्रिक्ट सेवाओं के निस्तारण में लेटलतीफी करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीएम कमांड सेंटर और डैशबोर्ड की समीक्षा बैठक की. इसमें कई अहम निर्देश दिए. ऐसे में अब प्रदेशवासियों को जाति, निवास, आय और हैसियत प्रमाण पत्र के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. बैठक के दौरान अधिकारियों ने ई-डिस्ट्रिक्ट की सेवाओं का खाका प्रस्तुत किया. अधिकारियों ने जानकारी दी है कि बैठक के दौरान सीएम योगी ने जिलाधिकारियों को ई-डिस्ट्रिक्ट सेवाओं के निस्तारण में लेटलतीफी करने वालों पर एक्शन लेने को कहा है.


जनवरी से अब तक 61 लाख जाति प्रमाण पत्र के आवेदन


बैठक में अधिकारियों ने बताया कि ई-डिस्ट्रिक्ट के तहत जनवरी से अब तक 61,32,976 जाति प्रमाण पत्र के आवेदन मिले. जिन्हें 15 दिनों में जारी किया जाता है. अब तक 59,13,420 आवेदन को निस्तारित हो चुके हैं, जिसका अनुपात 96 प्रतिशत है. इसी अवधि में 96 प्रतिशत निवास प्रमाण पत्र, 95 प्रतिशत आय प्रमाण पत्र, 58 प्रतिशत हैसियत प्रमाण पत्र के आवेदन निस्तारित किए गए.


एक हफ्ते तय हुई ई-डिस्ट्रिक्ट सेवाओं की समय सीमा


मुख्यमंत्री योगी ने ई-डिस्ट्रिक्ट सेवाओं की समय सीमा एक हफ्ते में करने को कहा है. आवेदनों के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही न की जाए. साथ ही इनके निस्तारण का रेश्यो शत-प्रतिशत किया जाए. फिलहाल बताया जा रहा है कि जनसुनवाई समाधान प्रणाली की एक रिपोर्ट के अनुसार जाति प्रमाण पत्र के आवेदनों को तय समय सीमा के अंदर जारी करने वाले राज्य के टॉप तीन जिलों में बांदा पहले सीतापुर दूसरे और अमेठी तीसरे पायदान पर है.


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