Meerut Integrated Traffic Management System: मेरठ (Meerut) में अब ट्रैफिक नियमों (Traffic Rules) को तोड़ने की कोशिश करने वाले बच नहीं पाएंगे क्योंकि अब यहां पर इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम शुरू हो गया है, जिसके तहत 93 तीसरी आंखों के जरिए हर वक्त यहां के ट्रैफिक पर नजर रखी जाएगी. अगर किसी ने भी ट्रैफिक नियमों के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश तो वो उसके लिए भारी पड़ सकता है और उसे अपनी जेब भी ढीली करनी पड़ सकती है. क्योंकि इन तीसरी आंखों से बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो गया है. नगर निगम मेरठ का ये हाईटेक कंट्रोल रूम (Control Room) सीधे ई-चालान (E-Challan) कर रहा है. 


हाईटेक हुआ मेरठ का ट्रैफिक सिस्टम
मेरठ में ट्रैफिक व्यवस्था को स्मार्ट बनाने के लिए लिए स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 8 चौराहों पर एनपीआर कैमरे लगाए गए हैं, ये स्मार्ट कैमरे हर वक्त ट्रैफिक व्यवस्था पर नजर रखेंगे. अगर को कोई भी जल्दबाजी के चक्कर में यातायात नियमों को तोड़ने की कोशिश करेगा तो फौरन उनका ई चालान कटकर उनके घर पहुंच जाएगा.


ट्रैफिक नियम तोड़ा खैर नहीं


मेरठ नगर निगम ने करोड़ों रुपये की लागत से जो आईटीएमएस यानी इंटीग्रेटिड ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टम बनाया है अब उसने अपना काम करना शुरू कर दिया है. इसके जरिए ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के ई-चालान काटे जा रहें हैं. न ट्रैफिक पुलिस का झंझट और ना किसी से कुछ कहने की जरूरत, बस ट्रैफिक रूल्स ब्रेक होते ही चौराहों पर लगे कैमरे गलती पकड़ लेंगे और खुद-ब-खुद ई चालान हो जाएगा.


बदलनी पड़ेगी नियम तोड़ने की आदत
एक अनुमान के मुताबिक मेरठ में हर रोज इन 8 चौराहों पर करीब 35000 से ज्यादा लोग ट्रैफिक रूल्स ब्रेक करते हैं. जेब्रा क्रॉसिंग से पहले रुकने की बजाय तो इसके ऊपर या उससे आगे वाहन रोके जा रहें हैं. लाल बत्ती होने के बावजूद कुछ लोग रुकने को तैयार नहीं हैं. सीट बेल्ट और ट्रिपलिंग करना तो आम बात है. यानी ट्रैफिक रूल्स तोड़ना यहां की आदत में शुमार है लेकिनब ये आदत बदलनी पड़ेगी. 
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समझिए मेरठ में आईटीएमएस का पूरा प्लान
- मेरठ में 8 चौराहों पर 93 एनपीआर कैमरे लगाए हैं इसके साथ ही पीटीजेड कैमरे लगाने की भी तैयारी है.


- ये कैमरे कमिश्नरी आवास चौराहा, बच्चा पार्क चौराहा, तेजगढ़ी चौराहा, गांधी आश्रम चौराहा, हापुड़ अड्डा चौराहा, एल ब्लॉक तिराहा, ईव्ज चौराहा और  जेल चुंगी चौराहा पर लगे हैं


- मेरठ नगर निगम में आईटीएमएस का हाईटेक कंट्रोल रूम बनाया गया है


- ट्रैफिक सिग्नल ब्रेक करने पर 500 रूपये, हेलमेट न पहनने और दोपहिया वाहन पर ट्रिपलिंग के 1000 रुपये, जबकि उल्टी दिशा में वाहन चलाने पर 2000 रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा है.


- नगर निगम के इस आईटीएमएस से जागरूकता संदेश हर चौराहे पर सुनाई दे रहा है.


- शुरुआती दौर में लोगों को जागरुक किया जा रहा है लेकिन 10 दिन बाद किसी को बख्शा नहीं जाएगा. 


- ई-चालान कटते ही मोबाइल नंबर पर मैसेज आ जाएगा और डाक से भी चालान भेजा जाएगा, जिसमें ट्रैफिक रूल्स ब्रेक करने के फोटो भी होंगी. 


- एक सप्ताह के अंदर ऑनलाइन या ऑफलाइन जुर्माना जमा हो सकेगा.


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