सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP)  बगावत के बाद पार्टी ने अब डैमज कंट्रोल का काम शुरू किया है. अब पार्टी ने अपने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रवक्ता डॉक्टर संतोष पांडे (Dr Santosh Pandey) को निकाले जाने की बात कही है. इसको लेकर एक लेटर पैड वायरल हो रहा है. इससे पहले एक दर्जन से अधिक नेताओं और पदाधिकारियों ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया था. पार्टी छोड़ने वालों ने डॉ संतोष पांडे पर धन उगाही और टिकट बेचने का लगाया था बड़ा आरोप.इस बीच खबर है कि पार्टी के 25 और पदाधिकारी और कार्यकर्ता मंगलवार को पार्टी छोड़ सकते हैं. 


सुभासपा का सपा से गठबंधन टूटा


इस साल हुआ विधानसभा चुनाव सुभासपा ने समाजवादी पार्टी (सपा) से गंठबंधन करके लड़ा था. दोनों दलों का यह गठबंधन पिछले महीने टूट गया था. पार्टी नेताओं के इस्तीफे को सपा से गठबंधन टूटने से जोड़कर देखा जा रहा है.पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र राजभर ने सोमवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफा देने के बाद राजभर ने पार्टी प्रमुख ओमप्रकाश राजभर पर मनमाने तरीके से फैसले लेने और माफिया मुख्तार अंसारी की सलाह पर पार्टी चलाने का आरोप लगाया है.


महेंद्र राजभर का मनाने की कोशिश


महेंद्र राजभर पार्टी के संस्थापकों में शामिल थे. उन्हें पार्टी ने दूसरे नंबर का नेता माना जाता था. सुभासपा का 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी से गठबंधन था.उस चुनाव में सुभासपा ने उन्हें मुख्तार के खिलाफ मऊ सदर सीट में उम्मीदवार बनाया था. लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. अब इस्तीफे के बाद महेंद्र राजभर को मनाने की कोशिशें की जा रही हैं. पार्टी सूत्रों का कहना है कि उनकी शिकायतों को दूर किया जाएगा. अब राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रवक्ता डॉक्टर संतोष पांडे को निकाले जाने की बात इसी क्रम में उठाया गया कदम हो सकता है. 


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