Kanpur Dehat: राजनीति में विकास कार्यों के पत्थरों पर सियासत कोई नई बात नहीं है. लेकिन कानपुर में तो सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के ही वर्तमान विधायक और पूर्व विधायक आपस में उलझ गए हैं. मामला कानपुर देहात के रसूलाबाद विधानसभा क्षेत्र का है जहां की पूर्व विधायक निर्मला संखवार ने वर्तमान विधायक पूनम संखवार पर गंभीर आरोप लगाया है. निर्मला संखवार का कहना है कि जिस योजना का सीएम योगी ने जनवरी में उद्घाटन किया था उसी योजना को वर्तमान विधायक पूनम संखवार ने पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह के हाथों लोकर्पण करवा दिया, जो गलत है.
बीजेपी में पत्थरों को लेकर सियासत
पूर्व विधायक रसूलाबाद निर्मला संखवार का कहना है कि 7 जनवरी 2022 को उन्होंने रसूलाबाद विधानसभा से विधायक होते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों परशुराम मंदिर के सुंदरीकरण की करीब 50 लाख रुपये की योजना का लोकार्पण करवाया था. लेकिन बीते 31 अक्टूबर को पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह जब कानपुर देहात पहुंचे तो वर्तमान बीजेपी विधायक पूनम संखवार ने उनके हाथों दोबारा इसका लोकार्पण करवा दिया, जो सरासर गलत है. वो आगे भी उनके पत्थरों के आगे अपने पत्थर लगवा सकती हैं इसलिए वो इस मामले को आला अधिकारियों के सामने रखेंगी.
विधायक पूनम संखवार का आरोपों से इनकार
वहीं दूसरी तरफ वर्तमान बीजेपी विधायक पूनम संखवार ने इन आरोपों से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है. इस मामले को जबरन तूल दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि निर्मला संखवार उनकी बड़ी बहन है और लोकार्पण कराए जाने का जो आरोप उन पर लग रहा है ऐसा कुछ हुआ ही नहीं है. परशुराम मंदिर के सुंदरीकरण का लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों किया जा चुका है. ऐसे में दोबारा पर्यटन मंत्री के हाथों से लोकार्पण कराया ही नहीं गया. हालांकि मंदिर के आगे लगे पत्थर कुछ और ही तस्वीर बयां करते हैं.
समाजवादी पार्टी ने ली चुटकी
बीजेपी के ही दो नेताओं के बीच हो रही इस सियासत पर समाजवादी पार्टी ने भी चुटकी ली है. सपा के वरिष्ठ नेता राजाराम पाल ने कहा कि बीजेपी के पास लेबल बदलने के अलावा और कोई काम नहीं है. बीजेपी नेताओं को विकास से कोई मतलब नहीं है इसीलिए पूर्व विधायक और वर्तमान विधायक एक दूसरे की टांग खिंचाई में लगे हुए हैं.
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