Kanpur: दिवाली के पटाखे छूटने से पहले ही घुला हवा में 'जहर', कानपुर में एक्यूआई 'बेहद खराब' स्तर पर
उत्तर प्रदेश के आठ शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब दर्ज की गई है. इनमें कानपुर शहर भी शामिल है जहां दिवाली पर हवा की क्वालिटी में और गिरावट आई है.
UP News: उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) में लोगों को वायु प्रदूषण (Air Pollution) से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) के मुताबिक दिवाली की सुबह भी शहर में हवा की गुणवत्ता (Air Quality) खराब स्तर पर दर्ज की गई. दिवाली (Diwali) के पटाखे जलने से पहले ही सोमवार सुबह को धुंध की स्थिति थी और लोगों ने सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की.
कानपुर के इन इलाकों में खराब हुई हवा
CPCB की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक औद्योगिक शहर कानपुर में हवा की क्वालिटी बेहद खराब बनी हुई है. इसके चार स्टेशन पर अलग-अलग आंकड़े सामने आए हैं. नेहरू नगर में एक्यूआई 205, एफटीआई किदवई नगर में 230, एनएसआई कल्याणपुर में 197 दर्ज की गई है. हालांकि आईआईटी कानपुर इलाके में लोग राहत मिली है क्योंकि यहां एक्यूआई 60 है जो सामान्य माना जाता है. हालांकि दिवाली की सुबह औसत एक्यूआई 286 तक पहुंच गया था. सीपीसीबी ने अभी हवा और खराब होने की आशंका जताई है.
हवा की गुणवत्ता मापने का यह है पैमाना
रविवार को भी यूपी के आठ शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब मापी गई थी. CPCB के मुताबिक मुजफ्फरनगर, मेरठ, गाजियाबाद, कानपुर, नोएडा, हापुड़ और बागपत में हवा की गुणवत्ता 200 से 300 के बीच दर्ज की गई थी. बता दें कि एक्यूआई यानी एय़र क्वालिटी इंडेक्स जीरो से 50 के बीच अच्छी मानी गई है और 51-100 से मध्यम और 101-150 के बीच संवेदनशील लोगों के लिए खराब मानी गई है. वहीं 151 से 200 के बीच एयर क्वॉलिटी इंडेक्स हर वर्ग के लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक जबकि 200 से 300 के बीच बेहद खराब मानी जाती है.
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