Kanpur Lawyer-Police Tussle: कानपुर कचहरी (Kanpur Court) के सामने ट्रैफिक पुलिसकर्मी (Traffic Police) से वकील द्वारा की गई बदसलूकी और मारपीट मामले को पुलिस कमिश्नरेट ने गंभीरता से लिया है. एक महीने के भीतर दूसरी बार इस तरह की घटना सामने आने के बाद कानपुर पुलिस (Kanour Police) के आला अधिकारियों ने अब सख्त कदम उठाने की तैयारी की है ताकि भविष्य में दोबारा इस तरह की घटनाएं न हो सके. 


वकीलों पर दर्ज मुकदमों की सूची मांगी


कानपुर पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि वो अपने थानों में वकीलों के खिलाफ दर्ज मुकदमों का ब्यौरा जल्द से जल्द कमिश्नरी पुलिस को उपलब्ध करा दें. हालांकि संयुक्त पुलिस आयुक्त इस मामले पर फिलहाल मीडिया के सामने कुछ भी कहने से बच रहे हैं. 


दरअसल कानपुर पुलिस इसके जरिए कई तथ्यों को जांचना और परखना चाहती है. पहला- क्या कानपुर कोर्ट में ऐसे भी वकील कार्यरत हैं जिनके खिलाफ विभिन्न थानों में कई मुकदमे दर्ज हैं. दूसरा- ऐसे कितने वकील हैं जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज है लेकिन शस्त्र लाइसेंस और पासपोर्ट उनका जारी है. तीसरा- वकीलों के खिलाफ किस तरह के मुकदमे सर्वाधिक हैं और उन पर नकेल कसने के लिए पुलिस को क्या करना होगा. थाना प्रभारियों ने अपने-अपने स्तर पर थाने की सूची तैयार करना शुरू भी कर दी है. 


वकीलों ने जताई नाराजगी


वहीं दूसरी तरफ वकीलों ने इस बात को लेकर नाराजगी जाहिर की है. कानपुर बार एसोसिएशन ने इसे वकीलों को प्रताड़ित करने की कोशिश वाला कदम करार दिया है.


दरअसल पिछले दिनों कानपुर कचहरी के सामने तीन वकीलों ने मामूली कहासुनी के बाद ट्रैफिक पुलिस के सिपाही की बुरी तरह पिटाई कर डाली थी. यही नहीं उन्होंने सिपाही को वहां से गुजर रही कार के बोनट पर पटक कर मारा और उसे कचहरी तक में खींचने को कोशिश की. ये पूरी घटना वहां लगे एक सीसीटीवी में कैद हो गई थी.


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