UP News: कानपुर में दबंगों के हौसले इस कदर बुलंद होते जा रहे हैं कि मानों जैसे कानपुर देहात जिला जंगल राज में तब्दील हो गया है. बर्बरता की एक ऐसी तस्वीर सामने निकल कर आई जिसे देखकर आप हैरत में पड़ जाएंगे. वायरल वीडियो की तस्वीर देखकर आप ये सोचने पर मजबूर हो जाएंगे की क्या ऐसे भी कोई इंसान इंसान के लिए बेरहम हो सकता है.


वीडियो वायरल होने के बाद शासन-प्रशासन पर खड़े हुए सवाल


प्रदेश में रामराज स्थापित करने की बात करने वाली उत्तर प्रदेश सरकार और रामराज को कायम रखने की दम भरने वाली उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए यह तस्वीर किसी तमाचे से कम नहीं है. लॉ एंड ऑर्डर के ग्राफ को मेंटेन रखने की बात कहने वाली जनपद पुलिस इस वीडियो को देखकर हकीकत का अंदाजा लगा सकती है.


कानपुर देहात का रसूलाबाद थाना जिसके अंतर्गत मैदलपुर मुंडेरा गांव में दबंगों के हौसले सातवें आसमान पर हैं. शायद उस ऊंचाई से इन दबंगों को कानून का राज कायम करने की बात कहने वाली पुलिस दिखाई नहीं देती या यूं कहें की पुलिस का कद दबंगों के सामने बौना साबित हो रहा है.


वीडियो में दिखी बर्बरता


वीडियो में साफ तौर से दिख रहा है कि कैसे बातों-बातों में बात इतनी बढ़ गई कि लोगों ने लाठियां हाथ में ले ली और फिर बरसने लगी. लाठियां बरसाने के दौरान दबंगों ने यह भी नहीं देखा कि सामने कौन है और यह लाठियां किसके शरीर पर और कहां पड़ रही है. बस आंखों में जुनून और गुस्से का कहर एक पक्ष से दूसरे पक्ष पर फूट पड़ा. बात विवाद को खत्म करने के लिए बीच-बचाओ करने पहुंची 2 महिलाएं भी इस वीडियो में देख रही है. लेकिन दिमाग में भरे गुस्से ने बर्बरता की पराकाष्ठा पार कर दी. 


इस दौरान लोग चीखते रहे और चिल्लाते रहे, लेकिन दबान लाठियां बरसाते रहे. वे लोग लात-घूंसे और थप्पड़ से लोगों को मार रहे थे. दबंग लोग जमीन पर खींच-खींच कर उसे बेरहमी से मारा रहे थे. यह सब दूर बैठे किसी शख्स ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया. बर्बरता की यह वीडियो बनने के बाद जब यह सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो पुलिस के कान खड़े हो गए.


पीड़ित से दरोगा ने 50 हजार रूपये की मांग की


वहीं इस पूरे मामले में पीड़िता की बात मानें तो उसका साफ तौर से कहना है कि, राजू और शिव सिंह इन दोनों ने अन्य लोगों के साथ मिलकर हमारे परिवार के लोगों को बेरहमी से मारा है. वहीं पीड़ितों ने जब थाने जाकर पुलिस को जानकारी दी तो आरोप है कि पीड़ित से दरोगा ने 50 हजार रूपये की मांग की गई, तब जाकर उसके घर के चार सदस्यों को छोड़ने की बात कही गई. यह कहना है पीड़िता चंदा देवी का. 


पुलिस समझौते का बना रही है दबाव


आरोप यह भी है की पुलिस दबाव बना रही थी कि पीड़ित पक्ष समझौता कर ले. वहीं पुलिस की बात मानें तो पुलिस का कहना है कि इस पूरे मामले में पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर आरोपी पक्ष के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है. लेकिन हर बार खाकी दागदार होती है. उस पर कई दाग लगते हैं और वह सवालों के घेरे में नजर आती है.


पुलिस पर पहले भी लगे हैं आरोप


ऐसा पहली बार नहीं हुआ है बल्कि इस जनपद में कई बार पुलिस सवालों के घेरे में खड़ी दिखी है. अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है और अपराधी पुलिस की कार्यशैली को ठेंगा दिखाते नजर आ रहे हैं. अगर जनपद से बर्बरता की ऐसी तस्वीरें आए दिन सामने आती रही तो यह कहना गलत नहीं होगा कि हम उत्तर प्रदेश में नहीं बल्कि जंगलराज में जिंदगी गुजर बसर कर रहे हैं.


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