Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात (Kanpur Dehat) में पिछले दिनों गो रक्षक की हत्या मामले से बवाल मच गया था. इस घटना के एक महीने बाद भी पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल पाया है जिसकी वजह से परिवार अब पलायन को मजबूर हो गया है. ये घटना अकबरपुर थाना क्षेत्र के ज्योतिष गांव की है. जहां गो रक्षक राजेश दुबे ने गो वंशों की बर्बर पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर डाला था जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी. परिजनों का आरोप है कि एक महीने बाद भी आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई, जिसकी वजह से वो पलायन को मजबूर हैं. 


पलायन को मजबूर हुआ पीड़ित परिवार
गो रक्षक राजेश दुबे हत्याकांड के बाद जिला प्रशासन और पुलिस पर कई तरह के सवाल उठे थे बावजूद इसके पुलिस की नींद नहीं टूटी है और अब एक बार फिर से प्रशासनिक पदाधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. दरअसल राजेश दुबे ने गो वंशों के साथ हो रही बर्बर पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर डालकर पुलिस से इसकी शिकायत की थी. जिसके बाद उसे जान से मारने की धमकियां मिलने लगी. हत्या के 20 दिन पहले ही उसने एबीपी गंगा को भी हत्या की धमकी देने का बयान दिया था. 


पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल

राजेश दुबे ने जिस बात की आशंका जताई थी हुआ भी वहीं और एक दिन उसकी हत्या कर शव को घर के बाहर रख दिया गया. इस दौरान पुलिस पर समय रहते कार्रवाई न करने का आरोप लगा था और इस मामले में हत्या के एक महीने बाद भी यही हाल है. वहीं पीड़ित परिवार डर के साये में जी रहा है. परिजनों ने दीवारों पर घर, जमीन, और प्लाट बिकाऊ है लिखवा दिया है. पीड़ित परिवार का कहना है कि आरोपियों की तरफ से लगातार धमकियां दी जा रही है और पुलिस की तरफ से भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इसलिए वो अब यहां से पलायन को मजबूर हो गए हैं.

 


 

पुलिस ने दिया पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला

इस बारे में जब पुलिस अधीक्षक से बात की तो उनका कहना है कि पुलिस ने मृतक का वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम कराया था, इसके लिए एक कानपुर की टीम भी जांच कर रही है. प्रथम दृष्टया ये मामला खुदकुशी का लग रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग की बात सामने आ रही है. अगर परिवार को कोई दिक्कत है तो वो अपनी बात कह सकते हैं.

 

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