Kanpur Fraud: उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) में काकादेव थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर में धोखाधड़ी (Fraud Case) का चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां युवक ने पहले अपने दोस्तों से विभिन्न बैंकों में खाते खुलवाए. इसके बाद उन्हें धोखे में रखकर बैंक खातों (Bank Account) में अवैध तरीके से करोड़ों रुपये का लेनदेन कर डाला. पैसा कहां से आया और कहां को चला गया किसी को पता नहीं चला. 15 दिन पहले जब पीड़ितों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने पुलिस की मदद मांगी. शुरुआत में थाने में भी उनकी सुनवाई नहीं हुई, जिसके बाद मामला पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड के सामने पहुंचा, जिसके बाद मामले की जांच क्राइम ब्रांच को दे दी गई है.


आरोपी कानपुर के शास्त्री नगर का रहने वाला है जिसका नाम हर्ष कटियार बताया जा रहा है. ये बदमाश इतना शातिर है कि उसने अपने ही दोस्तों को जाल में फंसा लिया. इसके बाद उसने अपने कई दोस्तों के अलग-अलग बैंकों में खाते खुलवा लिए और करोड़ों रुपये का लेनदेन भी कर डाला, लेकिन जिनके नाम और पते पर अकाउंट खुलवाए गए उन्हीं को इसके बारे में पता नहीं चल पाया.


ऐसे बनाया दोस्तों को अपना शिकार


दरअसल हर्ष ने 3 महीने पहले दोस्तों को बताया कि उसकी केनरा बैंक में नौकरी लग गई है और पहले महीने ही उसे बैंक की ओर से 150 खाते खुलवाने का टारगेट दिया गया है. उसने दोस्तों से अनुरोध किया कि अगर वो उसे अपने दस्तावेज दे दें तो वह उनके नाम से बैंक में खाता खुलवा देगा. एक पीड़ित के पिता की माने तो हर्ष के कहने पर दोस्तों ने उसे अपने दस्तावेज दे दिए और उनकी मदद से हर्ष ने अलग-अलग बैंकों एक-एक के नाम पर दो-दो, तीन-तीन खाते खुलवा दिए. खाता खोलने के बाद एटीएम सभी दोस्तों के मूल पते पर पहुंचे. इसके बाद हर्ष ने खाते बंद करवाने के नाम पर उनसे एटीएम भी ले लिए. 


करोड़ों का हेर-फेर कर डाला


इस मामले में अब तक करीब एक दर्जन शिकार लोग सामने आ चुके हैं. इस मामले में पीड़ितों की संख्या लगभग 50 बताई जा रही है और बैंक खातों की संख्या 100 से ज्यादा का अनुमान है. एक अनुमान के मुताबिक इन खातों से तीन से पांच करोड़ की हेराफेरी सामने आ सकती है. पीड़ितों की माने तो आरोपी ने हर खाते से 4 से 10 लाख तक का लेनदेन किया है. पैसा कहां से आ रहा है और कहां जा रहा है किसी को नहीं पता. इसके अलावा ये तथ्य भी सामने आया है कि आरोपी हर्ष कटियार ने एटीएम लेने के बाद सभी खाताधारकों का पंजीकृत मोबाइल नंबर भी बदलवा दिए थे, जिसकी वजह से किसी को इसके बारे में पता नहीं चला. 


ऐसे हुआ मामले का खुलासा
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब 15 दिन पहले शास्त्रीनगर निवासी इखलाक को कैनरा बैंक से फोन आया. बैंक ने बताया कि उनके बेटे मोहम्मद कायम ने नवंबर में बैंक में खाता खुलवाया और 1 महीने में उसके बैंक खाते से 9 लाख रुपये का लेन देन हो चुका है. जब उन्होंने इस बारे में बेटे से सवाल किया तो पूरे खेल का खुलासा हो गया. इसके बाद कायम के कहने पर मोहल्ले के 13 दोस्तों ने अपने-अपने रिकॉर्ड दिखाने शुरू किए तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. पुलिस अब इस मामले की जांच में जुट गई है. आरोपी हर्ष फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. 


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