Kanpur News: समाजवादी विधायक इरफान सोलंकी (Irfan Solanki) की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. कानपुर पुलिस ने इरफान के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट (NBW) ले लिया है. इधर सपा विधायक इरफान सोलंकी को बचाने के लिए आंदोलन की तैयारी की जा रही है. सपा विधायक अमिताभ बाजपई (Amitabh Bajpai) और पूर्व विधायक सतीश निगम सोशल मीडिया पर मुहिम की तैयारी कर रहे हैं. अमिताभ बाजपाई की मानें तो इरफान के समर्थन में लोकतंत्र बचाने के नाम पर आंदोलन की रूपरेखा तय हो चुकी है और पार्टी अलाकमान से हरी झंडी मिलने के बाद इरफ़ान के समर्थन पर सड़कों पर उतरेंगे.
क्या हैं सोलंकी भाइयों पर आरोप
सपा विधायक इरफान सोलंकी और भाई रिजवान सोलंकी अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं. इस बीच कानपुर पुलिस की गिरफ्त से दूर विधायक के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट से एनबीडब्ल्यू ले लिया है. 7 नवंबर की रात नजीर फातिमा के जाजमऊ स्थित प्लाट में आग लगने के मामले में दोनों भाई आरोपी हैं, जिसके बाद पुलिस ने 8 नवंबर को नजीर की तहरीर पर दोनों और अज्ञात पर आगजनी समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. मुकदमा दर्ज होने के बाद दी गई दबिश से पहले ही दोनों भाई फरार हो गए थे, लेकिन जब 8 दिन बाद भी पुलिस दोनों का पता नहीं लगा सकी तो पुलिस ने कोर्ट से एनबीडब्ल्यू ले लिया.
लगातार लोकेशन बदल रहे सोलंकी ब्रदरर्स
पुलिस सूत्रों की मानें तो विधायक और उसका भाई रिजवान सोलंकी लगातार लोकेशन बदल रहे हैं. इस बीच समाजवादी पार्टी के नेता आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी विधायक अमिताभ बाजपेई की मानें तो इरफान के समर्थन में लोकतंत्र बचाओ अभियान जल्द ही छेड़ा जाएगा, जिसमें पुलिस की ज्यादती से लेकर जिला प्रशासन और सरकार द्वारा विपक्षी जनप्रतिनिधियों को जानबूझकर मुकदमों में उलझाने और फंसाने के सच को बेनकाब किया जाएगा.
सोलंकी के समर्थन में सोशल मीडिया मुहीम चला रही सपा
समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक सतीश निगम सोशल मीडिया के जरिए विधायक इरफान सोलंकी का समर्थन कर रहे हैं तो वहीं इरफान के समर्थन के लिए पार्टी के अंदर से भी आवाजें उठने लगी हैं. इस बीच राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी कानपुर बुलाकर सरकार को बड़ा संदेश देने की कोशिश की जा रही है लेकिन मैनपुरी रामपुर और खतौली में होने वाले चुनाव की व्यस्तता के चलते अखिलेश यादव कानपुर नहीं आ पा रहे, लेकिन पार्टी के विधायक और नेता लोकतंत्र बचाओ अभियान के जरिए अपनी मांगों को मनवाने और जवाब देने की रणनीति पर काम कर रहे हैं.
सोलंकी को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही पुलिस
आला पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोप गंभीर हैं और प्रश्नगत दोनों आरोपियों के अलावा अज्ञात आरोपियों की भी तलाश में पुलिस की टीम छापेमारी कर रही है. कानपुर के संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि बेहतर होगा कि आरोपी पुलिस के सामने आकर सच्चाई बयान कर दें, अन्यथा धारा 82 और 83 के अंतर्गत आने वाले दिनों में कार्यवाही की जा सकती है, यानी साफ है इस मामले में समाजवादी पार्टी और सरकार और पुलिस आमने-सामने दिखेंगी.
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