Kasganj District Hospital News: यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Deputy CM Brajesh Pathak) लगातार चिकित्सा व्यवस्था में सुधार लाने के लिए तमाम जिला अस्पतालों में औचक निरीक्षण कर रहे हैं. यही नही प्रदेश भर में कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं. कई आधुनिक चिकित्सा संसाधन मुहैया कराए जा रहे हैं लेकिन इन संसाधनों का क्या हाल है इसका नजारा कासगंज के जिला अस्पताल (Kasganj District Hospital) में दिखाई दिया. लाचार मरीजों को लाने के इस अस्पताल को दी अत्याधुनिक एंबुलेंस (Ambulance) स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की वजह से कबाड़ बन गई हैं. 


अस्पताल के बाहर एंबुलेंस की दिखी ऐसी हालत  


एबीपी न्यूज की टीम जब कासगंज जिला अस्पताल पहुंची तो बाहर कुछ एंबुलेंस खड़ी दिखाई दीं लेकिन ये सभी खस्ता हालत में थी. स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की वजह से ये कबाड़ा हो चुकी हैं. इनमें लगे कीमती सामान शीशों को चोर चुराकर ले गए. यहीं नहीं एंबुलेंस में बड़ी तादाद में दवाईयां बिखरी हुई दिखाई दीं. हालांकि ये सारी दवाइयां एक्सपायरी डेट की है. लेकिन फिर नियमों के मुताबिक ये दवाएं इस तरह फेंकना भी अपराध है. स्वास्थ्य विभाग के नियमों के मुताबिक एक्सपायर होने से 3 माह पहले इन दवाइयों का कार्यदायी संस्था को वापस कर दिया जाता है या फिर उनका प्रॉपर डिस्पोजल किया जाता है. 


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स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही


कासगंज में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से बड़ी तादाद में एंबुलेंस में इंजेक्शन बिखरे पड़े हैं जो ड्रिप मरीजों के काम में आनी चाहिए वह ड्रिप एंबुलेंस में पड़ी हुई है. कासगंज में 10 एंबुलेंस ऐसी हैं जो अब खराब हो चुकी हैं. इस मामले में जब कासगंज के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अनिल कुमार से बात की गई तो वो कोई जवाब नहीं दे सके. हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि वो खराब हो चुकी एंबुलेंस को नीलाम करेंगे. वही एक्सपायरी डेट की दवाओं को इस तरह फेंके जाने के मामले में भी उन्होंने कमेटी बनाकर जांच करने की बात कही है. 


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