Kasganj News: कासगंज में दबंगों के डर से पलायन को मजबूर हुआ परिवार, जानिए- क्या है पूरा मामला?
यूपी के कासगंज में दबंगों के खौफ से एक परिवार पलायन को मजबूर हो गया है. परिवार का आरोप है कि पुलिस भी उनकी शिकायत नहीं सुनती और दूसरा पक्ष लगातार उन्हें धमकियां दे रहा है.
Kasganj Family Migrating From Village: उत्तर प्रदेश के कासगंज जनपद (Kasganj District) में पटियाली तहसील में दबंगों को खौफ इतना बढ़ गया है कि रहने वाला एक परिवार पलायन को मजबूर हैं. ये मामला यहां के सिकंदरपुर वैश्य थाना क्षेत्र के नरदोली का है. जहां रहने वाले देव सिंह माली के परिवार का जमीन को लेकर दूसरे पक्ष से विवाद चल रहा है. इस परिवार का आरोप है कि दूसरा पक्ष ठाकुरों की शहर पर उनके साथ मारपीट करता है और हिंसक झगड़े पर उतारू हो गया है. देव सिंह का कहना है कि वो और उनके चार भाई मूल रूप से इसी गांव के रहने वाले हैं इनके पास 60 बीघा जमीन है जिसे लेकर दूसरे पक्ष से पिछले 3 सालों से रंजिश चल रही है.
दबंगों के डर से पूरे परिवार का पलायन
देव सिंह के मुताबिक पिछले तीन सालों से गांव के ही राजवीर माली के परिवार से जमीन को लेकर उनका विवाद चल रहा है. दूसरा पक्ष गांव के ठाकुरों की शह पर उनके साथ जमकर मारपीट करता है और झगड़े करता है. ये झगड़े अब हिंसक हो गए हैं. पिछले दिनों राजवीर सिंह माली के परिवार ने उनके साथ मारपीट की, जिसमें उनके परिवार के 5 लोग बुरी तरह घायल हो गए. इनमें से चार लोग बरेली के जिला अस्पताल में भर्ती है जबकि खुद उनके सिर और हाथ में चोट आई हैं. यही वजह है कि घायल होने के बावजूद वो अपना सामान बांधकर परिवार के साथ गांव छोड़कर जाने की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने अपना सामान तक ट्रैक्टर पर लाद लिया है और परिवार पलायन को तैयार है.
परिवार को दी जान से मारने की धमकी
देव सिंह के मुताबिक उन्होंने थाना सिकंदरपुर वैश्य में पुलिस से उनकी शिकायत भी दर्ज करवाई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. पीडि़त पक्ष का आरोप है पुलिस भी दबंगों के साथ मिली हुई है. लिहाजा अब वो उन्हें जान से मारने की धमकी देने लगे हैं. इसलिए देव सिंह ने पहले अपने परिवार के सभी लड़कों को गांव से बाहर भेज दिया और अब वो अपनी बेटी और भाईयों के साथ गांव छोड़कर जा रहे हैं. घर की बुजुर्ग 78 साल की रामादेवी बताती हैं कि पांच बेटे हैं और 60 बीघा जमीन है लेकिन ठाकुरों की शह पर माली समाज के ही लोग इस कदर हावी हो गए हैं कि उन्हें अब बेटों की हत्या का डर है. रामादेवी के परिवार में करीब 40 सदस्य हैं जिनमें से 30 सदस्य गांव छोड़ कर जा चुके हैं.
पीड़ित परिवार ने बयां किया अपना दर्द
पीडि़त परिवार का कहना है कि अगर जान बचानी है तो उन्हें अपना घर छोड़ना ही पड़ेगा. रामा देवी ने बताया कि ठाकुरों की दबंगई इस कदर हावी है कि कुछ दिन पहले जब देव सिंह पर हमला हुआ तो उन्हें देखने आए रिश्तेदारों को भी पुलिस उठा ले गई. गांव के कई लोग भी मानते हैं कि इस परिवार के साथ ज्यादती की जा रही है. पुलिस शिकायत तो दर्ज करती हैं लेकिन दूसरे पक्ष पर कार्रवाई नहीं करती.
पुलिस ने कही ये बात
इस मामले में जब सिकंदरपुर के कोतवाल विवेक गुप्ता से जब बात की गई तो उन्होंने अपनी जानकारी में कुछ भी होने से मना कर दिया लेकिन मुकदमा दर्ज करने की बात जरूर कुबूल की. वहीं कासगंज की जिला अधिकारी हर्षिता माथुर कि पलायन को लेकर अभी तक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन उनकी तरफ से स्थानीय एसओ और सीओ को निर्देशित किया गया है. यदि इस तरह का कोई मामला तो वहां गंभीरता से जांच की जाए, वहीं एसडीएम प्रेम नारायण से इस मामले में अनभिज्ञता जाहिर की.
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