Kaushambi News: यूपी की योगी सरकार (Yogi Government) भले ही स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की कवायद कर रही है लेकिन कौशांबी (Kaushambi) में स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के जिम्मेदार लोग सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं. यहां स्वास्थ्य सेवाएं सुधारने के बजाय बदतर होती जा रही है. जिला अस्पताल के स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलने की एक तस्वीर सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रही है. जिसमें एक लाचार पति स्ट्रेचर न मिलने पर अपनी गर्भवती पत्नी को कंधे पर लादकर इमरजेंसी वार्ड से लगभग 100 मीटर दूर प्रथम तल पर बने प्रसव वार्ड तक ले जाते नजर आया. इस घटना का वीडियो वायरल हो गया जिससे हड़कंप मच गया है.
गर्भवती पत्नी को अस्पताल में नहीं मिला स्ट्रेचर
दरअसल सरसवा ब्लॉक के बक्शी का पूरा निवासी संतोष कुमार मेहनत मजदूरी कर अपना एवं अपने परिवार का पेट पालता है. उसकी पत्नी अन्नू देवी को सोमवार दोपहर प्रसव पीड़ा हुई तो वो उसे इलाज के लिए मंझनपुर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय लाया. वो पत्नी को सीधा इमरजेंसी वार्ड लेकर पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने जांच के बादा प्रसव वार्ड में ले जाने की सलाह दी. संतोष ने इमरजेंसी वार्ड में मौजूद वार्ड बॉय एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों से स्ट्रेचर की मांग की. बावजूद इसके उसे स्ट्रेचर नहीं मिला. ऐसे में संतोष ने अपनी पत्नी को कंधे पर लादा और लगभग सौ मीटर दूर स्थित अस्पताल की नई बिल्डिंग में बने प्रथम तल पर प्रसव वार्ड में लेकर जाने लगा.
कंधे पर लादकर प्रसव वार्ड तक ले गया पति
संतोष जब अपनी पत्नी को कंधे पर लादकर वार्ड की तरफ चलने लगा तो वहां मौजूद लोगों में से किसी ने उसका वीडियो बना लिया. इसी दौरान जब किसी ने उससे सवाल किया तो उसने बताया कि पत्नी को ले जाने के लिए अस्पताल के जिम्मेदारों ने स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं कराया. इसकी वजह से वो दर्द से कराह रही गर्भवती पत्नी को कंधे पर ही लादकर प्रसव वार्ड ले जा रहा है. ये वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया जिससे स्वास्थ विभाग में हड़कंप मच गया.
वीडियो वायरल होने के बाद मचा हड़कंप
अब सवाल यह है कि क्या जिला अस्पताल में मरीजों को लाने और ले जाने के लिए स्ट्रेचर नहीं है. यदि स्ट्रेचर है तो फिर दर्द से कराह रही गर्भवती महिला को स्ट्रेचर क्यों नहीं दिया गया. इसमें कौन लापरवाही बरत रहा है. यदि अस्पताल के जिम्मेदार बार-बार ऐसी लापरवाही बरत रहे हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि बारे में संबधित अस्पताल के अधीक्षक से वार्ता की गई है. उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है कि आखिर किन परिस्थितियों में ये व्यक्ति अपनी पत्नी को कंधे पर लाद कर ले जा रहा है.
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