Kaushambi News: कौशांबी में फर्जी दस्तावेजों के सहारे महिला टीचर ने हासिल की नौकरी, SIT की जांच में खुलासा
Kaushambi News: यूपी के कौशांबी में फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी करने वाली महिला टीचर का मामला सामने आया है. इस टीचर की नियुक्ति साल 2016 में हुई थी, मामला सामने आने के बाद टीचर फरार हो गई है.
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Kaushambi News: यूपी के कौशांबी (Kaushambi) में एसआईटी (SIT) ने फर्जी दस्तावेजों (Fake Documents) के सहारे बेसिक शिक्षा (Basic Education) विभाग में नौकरी करते हुए एक महिला टीचर पकड़ा है. जिसके बाद एसआईटी ने बेसिक शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर कार्रवाई का निर्देश दिया है. वहीं दूसरी तरफ जैसे ही महिला शिक्षिका को इसकी जानकारी मिली तो वो फरार हो गई. महिला टीचर (School Teacher) का अभी तक कोई अता-पता नहीं चल पाया है. इस महिला की साल 2016 में बतौर शिक्षिका नियुक्ति हुई थी.
फर्जी दस्तावेज के सहारे पाई नौकरी
खबर के मुताबिक सिराथू तहसील की धुमाई केन कनवार गांव की रहने वाली स्नेहलता ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे टीचर की नौकरी हासिल की थी. 5 सितंबर 2016 को अमेठी जनपद के प्राथमिक विद्यालय में बतौर शिक्षिका उसकी नियुक्ति हुई. 2 साल नौकरी करने के बाद उसने कौशांबी जिले में अपनी ट्रांसफर करवा लिया. स्नेहलता ने चायल ब्लाक क्षेत्र में 26 जून 2019 को अपनी तैनाती कराई, इसके बाद दोबारा सिराथू ब्लॉक के रामपुर सुहेला के प्राइमरी स्कूल में तबादला करवा लिया. स्नेहलता ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी हासिल की है, एसआईटी को किसी ने इस बात की जानकारी दी और जांच कराने की मांग की.
एसआईटी की जांच में हुआ बड़ा खुलासा
एसआईटी ने जब इस मामले की जांच की तो सारी बात सामने आ गई. जांच रिपोर्ट में पता चला कि स्नेहलता ने कर्नाटक के मणिपाल विश्वविद्यालय से संबद्ध राष्ट्रीय बौद्धिक दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान सिकंदराबाद तेलंगना से जारी डॉक्टर ऑफ एजुकेशन D.Ed का फर्जी दस्तावेज लगाया था. एसआईटी ने कौशांबी बेसिक शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है. एसआईटी का पत्र मिलते ही बीएसए ने शिक्षिका को नोटिस भेजा, लेकिन जैसे ही महिला टीचर को खुद पर हुई कार्रवाई के बारे में पता चला वो फरार हो गई.
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मामला सामने आते ही महिला टीचर फरार
बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह ने बताया कि ये मामला फर्जी अभिलेखों के आधार पर नियुक्ति का है. अमेठी में इनकी पहली नियुक्ति हुई थी. इंटर डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर से हमारे जनपद में साल 2018 में आई थी. एसआईटी के माध्यम से जांच प्रक्रिया चल रही थी. जब एसआईटी का लेटर आया तो हमने शिक्षिका को दो नोटिस नोटिस भेजे हैं. अभी नियमानुसार इनकी सेवा समाप्त कर विधिक कार्रवाई की जाएगी. प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला विद्यालय में अनुपस्थित चल रही हैं.
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