Shri Krishna Janmabhoomi Dispute: यूपी के मथुरा के श्री कृष्ण जन्मभूमि और ईदगाह मस्जिद विवाद में एक वाद ये भी कोर्ट में दाखिल हुआ है कि आगरा किले की बेगम मस्जिद में श्री कृष्ण और अन्य देवी देवताओं के विग्रह को मस्जिद की नींव में दफना दिया था. इसको निकालने के लिए सिविल जज सीनियर डिविजन की अदालत में याचिका दायर हुई है. यह याचिका मुख्य वादी महेंद्र प्रताप सिंह, श्यामलाल पंडित और मनमोहन दास की तरफ से दाखिल की गई है. 


याचिका के मुताबिक मुगल बादशाह औरंगजेब ने भगवान केशव देव के मंदिर को औरंगजेब ने तुड़वाकर भगवान के विग्रहों को बेगम साहिबा की मस्जिद की सीढ़ियों में दफना दिया था, याचिका में कहा गया है हिंदू विग्रह पैरों तले खोदने पर भावनाएं आहत हुई हैं. इसलिए उन विग्रहों को दोबारा निकाला जाए.


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जामा मस्जिद की सीढ़ियों में दफन किया गया है मलबा
इस मामले में आगरा से ताल्लुक रखने वाले प्रसिद्ध इतिहासकार राजकिशोर राजे कहते हैं कि ये सत्य है कि भगवान कृष्ण और अन्य विग्रहों को तोड़ा गया और औरंगजेब के आदेश पर उनको आगरा लाया गया, ना केवल मथुरा के मंदिर तोडे गए बल्कि अन्य जगहों के मंदिरों को भी तोड़कर उसका मलबा आगरा लाया गया लेकिन ये विग्रह जामा मस्जिद की सीढ़ियों में दफन किए गए. जिसे औरंगजेब की बहन जहांआरा बेगम ने साल 1648 में बनवाया था.


कई किताबों में है जिक्र
राजकिशोर राजे ने कहा कि आगरा किला में 3 मस्जिद हैं, लेकिन कोई ऐसी मस्जिद नहीं है जहां इन विग्रहों को दफनाया गया बल्कि ये जहांआरा बेगम की बनवाई गई मस्जिद में इनको दफनाया गया जिसे जामा मस्जिद कहते हैं. राजकिशोर राजे इसको लेकर कई सारी ऐतिहासिक किताबों का ज़िक्र करते हैं उन किताबों में स्पष्ट तौर पर लिखा मिलता है कि उस दौर में भगवान कृष्ण समेत कई देवी देवताओं के विग्रह तोड़े गए और उसे आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों में दफनाया गया.


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