Kushinagar Murder News: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एकतरफा प्यार में प्रेमिका को पाने के लिए प्रेमी ने साजिश रची लेकिन एक गलती से उसका सारा पर्दाफाश हो गया. प्रेमिका से मिलने की चाहत में वो इतना बेकरार हो गया कि मुंबई से कुशीनगर उससे मिलने पहुंच गया. प्रेमी और प्रेमिका के शहरों के बीच जितनी दूरी थी, उतना ही मुश्किल उसका प्रेमिका से मिलना हो गया था. वो पूरी रात गन्ने के खेत में प्रेमिका की राह देखता रहा, लेकिन जब वो उससे मिलने नहीं आई तो उसने एक ऐसी साजिश रची जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया. 


ये मामला कुशीनगर के रामकोला थाने के मेहदीगंज गांव का है. जहां रहने वाले रामदास अपने परिवार के साथ मुंबई में रहते थे. मुंबई में ही रामदास के साथ अयोध्या का प्रवीण पाल भी काम करता था. प्रवीण रामदास की बेटी से एक तरफा प्यार करने लगा था. ये बात जब उन्हें पता चली तो वो अपने पूरे परिवार के साथ घर चला आया. उधर प्रवीण एक मोबाइल चोरी के मामले में मुंबई के जेल में बंद रहा. दो महीने तक जेल में रहने के बाद जब वो बाहर निकला तो सीधे अपनी प्रेमिका से मिलने के लिए उसके गांव पहुंच गया. रातभर वो गन्ने के खेत में अपनी प्रेमिका के आने की राह देखता रहा लेकिन जब वो नहीं आई तो उसके दिमाग में एक आईडिया आया. 


प्रेमिका से मिलने के लिए रची खौफनाक साजिश


27 सितंबर की रात जब प्रवीण जब गन्ने के खेत में प्रेमिका का इंतजार कर रहा था तभी उसके बगल के घर से पूजा नाम की एक महिला को उसने देखा. उसी रात वो पूजा के घर में घुस गया और उसकी हत्या कर जमीन पर रामदास और उसके दोनों बेटों का नाम लिखकर फरार हो गया. इधर पुलिस महिला की हत्या की गुत्थी सुलझाने में परेशान थी. जमीन पर रामदास और उसके बेटों का नाम लिखे होने की वजह से वो प्राइम सस्पेंक्ट बने हुए थे. इसी बीच एक हफ्ते पहले प्रेमी एक बार फिर प्रेमिका के घर पहुंच गया और सबको परेशान करने लगा. 


ऐसे हुआ मामला के खुलासा


प्रवीण की वजह से परेशान घरवालों ने पुलिस की शरण ली, जिसके बाद वो फिर फरार हो गया. इसके बाद लड़की के भाई ने पुलिस को मुंंबई के एक पुलिस वाले का नंबर दिया, जिसके बाद उसका राज खुल गया. पता चला कि 6 महीने पहले वो मोबाइल चोरी के मामले में जेल गया था. इसके बाद पुलिस ने उसका मोबाइल नंबर का पता लगाया और लोकेशन के आधार पर आरोपी को दबोच लिया. जिसके बाद प्रवीण ने अपनी पूरी साजिश का खुलासा कर दिया. 

अपर पुलिस अधीक्षक रितेश कुमार सिंह ने बताया कि रामदास और आरोपी प्रवीण दोनों मुंबई में काम करते थे, जहां वो रामदास के बेटी से मिला. इसके बाद एकतरफा प्यार की चाहत में प्रवीण मुंबई से कुशीनगर तक आ गया. लेकिन जब वो उससे नहीं मिल पाया तो उसने पड़ोस की महिला की हत्या कर दी और वहां रामदास और उसके बेटों के नाम लिख दिए ताकि वो सब जेल चले जाए और प्रेमिका से मिलने का उसका रास्ता साफ हो सके. आरोपी ने पूछताछ में अपना गुनाह कबूल कर लिया है. 


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