Kushinagar News: उत्तर प्रदेश में गुंडों और माफियाओं के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई तेज होती जा रही है. इसी कड़ी में कुशीनगर (Kushinagar) में शराब माफिया के खिलाफ पुलिस (Police) ने सख्त कार्रवाई करते हुए अवैध कमाई से बनाई गई करीब एक करोड़ की संपत्ति को जब्त कर लिया. आरोपी के खिलाफ कई थानों में गैंगस्टर (Gangster) समेत दर्जनों मुकदमें है. जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उसकी एक करोड़ की कीमत की संपत्ति को कुर्क कर लिया. आरोपी की संपत्ति में चार भूखंडों को कुर्क किया गया है. 


एक करोड़ की संपत्ति कुर्क


पुलिस के मुताबिक आरोपी शराब माफिया मनोज गुप्ता ने इन संपत्तियों को अवैध कमाई से अपनी पत्नी के नाम से अर्जित किया था. जिसके खिलाफ डीएम ने संपत्ति जब्त करते हुए कुर्की का आदेश दिया था. पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने बताया कि गैंगस्टर के मुकदमे में जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर शराब माफिया मनोज गुप्ता की लगभग एक करोड़ की संपत्ति कुर्क की गई है. ये संपत्ति अवैध कमाई के तहत बनाई गई थी. मनोज गुप्ता एक शातिर अपराधी है और इसके खिलाफ दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं.  


आरोपी मनोज गुप्ता के खिलाफ दर्जनों मुकदमें दर्ज


कुशीनगर जनपद के तरयासुजान थाना क्षेत्र के कोइंदी बुजुर्ग निवासी मनोज गुप्ता के खिलाफ अवैध शराब से संबंधित दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं. यह शातिर अपराधी यूपी से लेकर बिहार तक अवैध शराब का कारोबार करता है. पहले ये केवल यूपी में ही अवैध शराब बेचता था लेकिन फिर बिहार में शराब बंदी के बाद से इसका अवैध कारोबार बिहार में भी फैल गया. आरोपी हरियाणा से लेकर कई प्रदेशों से अवैध शराब मंगा कर बिहार में सप्लाई करता था. इतना ही नहीं यह स्प्रीट मंगाकर अवैध शराब की पैकिंग भी करता रहता था. आरोपी मनोज गुप्ता के खिलाफ जिला मजिस्ट्रेट में मुकदमा चल रहा था. जिस पर जिला मजिस्ट्रेट ने आरोपी की संपत्ति कुर्क करने के निर्देश दिए थे.


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जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर कार्रवाई


पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने बताया कि गैंगस्टर के मुकदमे में जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर शराब माफिया मनोज गुप्ता की लगभग एक करोड़ की संपत्ति कुर्क की गई है. ये संपत्ति मनोज गुप्ता ने अवैध कमाई के तहत बनाई थी. जो उसने अपनी पत्नी मीरा देवी के नाम पर की थी. मनोज गुप्ता एक शातिर अपराधी है और इसके खिलाफ दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं. बिहार में शराब बंदी के बाद इसका कारोबार यूपी से लेकर बिहार तक फैल गया था. जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर संपत्ति कुर्क की गई है. 


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