Sri Lanka Crisis: भयंकर आर्थिक मंदी और राजनीतिक उथल पुथल से जूझ रहे श्रीलंका (Sri Lanka) के लिए भारत (India) में भी दुआओं का दौर शुरू हो गया है. अपने सबसे खास पड़ोसी देश के लिए कुशीनगर (Kushinagar) के बौद्ध भिक्षुओं ने भगवान बुद्ध (Lord Buddha) की विशेष पूजा की. कुशीनगर बौद्ध भिक्षु संघ के भंते नंदरतन की अगुवाई में बौद्ध भिक्षुओं ने भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण मंदिर में भगवान बुद्ध को चीवर दान करके श्रीलंका वासियों के लिए प्रार्थना की. इस दौरान एकत्र हुए बौद्ध भिक्षुओं का दल भगवान बुद्ध की शयन मुद्रा की प्रतिमा के समक्ष त्रिपिटक पाठ भी किया.
श्रीलंका में शांति के लिए भगवान बुद्ध की पूजा
बौद्ध भिक्षु संघ ने पूजा के बाद बिगड़े हालात में श्रीलंका वासियों को धैर्य रखने की अपील की और भगवान बुद्ध से प्रार्थना की कि श्रीलंका में जल्द शांति हो. वहां के लोग शांति से बैठकर समस्या का हल निकालें. तोड़फोड़ और हिंसा किसी समस्या का हल नहीं हो सकती है. भगवान बुद्ध ने शांति का संदेश दिया था. समस्या का हल केवल शांति ही हो सकती है. भारत के सबसे खास पड़ोसी देश श्रीलंका के बिगड़े हालात से भारत के लोग भी दुखी हैं. बौद्ध धर्म को मानने वाले अग्रणी देशों में शुमार श्रीलंका वासियों के लिए कुशीनगर बौद्ध भिक्षु संघ ने विशेष पूजा अर्चना की है.
लोगों से धैर्य रखने की अपील
श्रीलंका बौद्ध विहार के मुख्य भंते नंदरतन ने कहा कि श्रीलंका के अधिकांश लोग भगवान बुद्ध के अनुयायी हैं इसलिए श्रीलंका की आर्थिक और राजनीतिक संकट को दूर करने के लिए भगवान बुद्ध की विशेष आराधना की गई है. उन्होंने कहा की श्रीलंका में जो संकट की स्थिति है उसमें वहां के नागरिकों को बहुत संयम रखने की जरूरत है. धैर्य रखकर और राजनीतिक लोगों के साथ मिलकर ही इस संकट से देश को उबारा जा सकता है.
भंते अशोक ने कहा की वर्तमान संकट के दौर में श्रीलंका की जनता भगवान बुद्ध के संयम, मैत्री करुणा और शांति का मार्ग अपनाकर इससे उबर सकती है. श्रीलंका की जनता को राजनेताओं के साथ मिल बैठकर इस समस्या का समाधान करना चाहिए.
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